अल्न्मोड़ा: युवा दिवस के मौके पर रामकृष्ण कुटीर में याद किए गए स्वामी विवेकानंद
अल्मोड़ा, अमृत विचार। स्वामी विवेकानंद भारतीयता ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म की जीती जागती मिशाल बनकर उभरे। उनके त्यागमयी, ओजस्वी विचारों से पूरा विश्व प्रभावित ही नहीं हुआ बल्कि उनके विचारों ने दुनिया को आदर्श जीवन का रास्ता भी दिखाया। तुरियानंद कुटीर, रामकृष्ण मिशन अल्मोड़ा में युवा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित …
अल्मोड़ा, अमृत विचार। स्वामी विवेकानंद भारतीयता ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म की जीती जागती मिशाल बनकर उभरे। उनके त्यागमयी, ओजस्वी विचारों से पूरा विश्व प्रभावित ही नहीं हुआ बल्कि उनके विचारों ने दुनिया को आदर्श जीवन का रास्ता भी दिखाया।
तुरियानंद कुटीर, रामकृष्ण मिशन अल्मोड़ा में युवा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ध्रुवेशानंद महाराज ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। बेहतर समाज के निर्माण और उनके विचारों के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए युवाओं को गंभीरता से प्रयास करने चाहिए।
पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि अल्मोड़ा की धरती को भी वह क्षण संजोने का मौका मिला जब स्वामी विवेकानंद का वैश्विक व्यक्तित्व हिमाल में रहा। आकाशवाणी अल्मोड़ा के निदेशक प्रतुल जोशी ने विवेकानंद के सामाजिक समानता और सेवा भाव की प्रासंगिकता को सबके सामने रखा। डा. चंद्र प्रकाश फुलोरिया ने भी आजादी की भावना में स्वामी विवेकानंद के योगदान और कुमाऊं की आजादी की घटनाओं का ब्यौरा कार्यक्रम में रखा।
इस मौके पर स्वामी अनुराग महाराज के नेतृत्व में भक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। इधर योग विज्ञान विभाग, एसएसजे अल्मोड़ा द्वारा संचालित विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र में राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर संगोष्ठी और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डा. नवीन भट्ट तथा समाज सेवी दुर्गा देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विभागाध्यक्ष नवीन भट्ट ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं।
क्योंकि युवा ही देश की वह अमूल्य निधि हैं जिन पर राष्ट्र का भविष्य निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जीवनी और उनके विचार वर्तमान समय में युवाओं की सफल एवं राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य बोध हेतु मील का पत्थर साबित होगी। इस मौके पर आयोजित प्रतियोगिता में ढ़ाई सौ से अधिक छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। अव्वल रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।
