दूसरों पर आरोप, प्रियंका गांधी की ससुराल में कांग्रेस ने खेल लिया वंशवाद का खेल
विनोद श्रीवास्तव/अमृत विचार। भाजपा-सपा के नेताओं पर परिवारवाद का दोष मढ़ने वाले कांग्रेस के नियंताओं ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की ससुराल मुरादाबाद में ही वंशवाद का खेल खेला है। सपा से कांग्रेस में आए इकराम कुरैशी को जहां पार्टी ने मुरादाबाद देहात से चुनावी रण में उतारा है तो …
विनोद श्रीवास्तव/अमृत विचार। भाजपा-सपा के नेताओं पर परिवारवाद का दोष मढ़ने वाले कांग्रेस के नियंताओं ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की ससुराल मुरादाबाद में ही वंशवाद का खेल खेला है। सपा से कांग्रेस में आए इकराम कुरैशी को जहां पार्टी ने मुरादाबाद देहात से चुनावी रण में उतारा है तो उनके भतीजे रिजवान कुरैशी को टिकट दिया है।
लंबे अरसे से सपा की नीति का गुणगान करने वाले देहात विधायक हाजी इकराम कुरैशी को जब सपा ने जीत के लायक न समझ टिकट काटा तो उन्होने चंद घंटों ही पाला बदल हाथ का साथ ले लिया। वह इसके पहले कांग्रेस पर जमकर प्रहार करते नहीं थकते थे। लेकिन, टिकट पाते ही उनके सुर बदल गए। वह कांग्रेस के झंडे पर खुद की जीत के दावे करते फिर रहे हैं। हालांकि उनको टिकट देने के लिए पार्टी ने कई साल के खांटी झंडाबरदार और नगर निगम में पार्षद मोहम्मद नदीम अंसारी का मुरादाबाद देहात से टिकट काटने में तनिक भी नहीं सोचा। अब नदीम का रुख क्या गुल खिलाता है यह तो भविष्य के गर्भ में है। मगर पार्टी के नियंताओं ने परिवारवाद, अवसरवाद, वंशवाद जैसे शब्दों को ताक पर रख दिया।
मुरादाबाद नगर सीट पर हाजी इकराम कुरैशी के भतीजे रिजवान कुरैशी को पार्टी पहले ही टिकट दे चुकी थी। अब जबकि पार्टी अपने उसूलों से प्रियंका की ससुराल में ही भटक गई है तो चाचा-भतीजा पर खेला गया दांव कितना फलदायी होगा यह तो 10 मार्च को ईवीएम का लॉक खुलने पर ही पता चलेगा।
प्रदेश महासचिव की पत्नी भी हैं प्रत्याशी
पार्टी के प्रदेश महासचिव सचिन चौधरी की पत्नी आभा चौधरी को भी गढ़मुक्तेश्वर से प्रत्याशी बनाकर परिवारवाद को खूब बढ़ावा देने का काम किया गया है। प्रदेश महासचिव 2019 में अमरोहा लोकसभा सीट से खुद चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली थी।
परिवारवाद-वंशवाद कई गुना अधिक भाजपा-सपा में है। कांग्रेस नीतियों व मुद्दों की राजनीति करती है। 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की प्रियंका की प्रतिज्ञा कांग्रेस ने पूरी की है। अन्य दल इस विषय पर कहीं नहीं टिके। वह केवल वोट की राजनीति करते हैं, हम जनहित और देशहित की। टिकट में तात्कालिक समीकरण भी कई बार अहम हो जाते हैं, जिस पर पार्टी को चिंतन करना पड़ता है। -तौकीर आलम, राष्ट्रीय सचिव, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
