शाहजहांपुर: एकता का संदेश दे गया नाटक मेरे भाई मेरे दोस्त

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

शाहजहांपुर,अमृत विचार। टैलेंट मेकर नाट्य कला समिति के बैनर तले गांधी भवन में मेरे भाई मेरे दोस्त नामक नाटक का मंचन किया गया। हिंदू-मुस्लिम एकता पर आधारित दया प्रकाश सिन्हा कृत नाटक का निर्देशन हंसराज विकल ने किया। शुक्रवार देर शाम शुरू हुए नाटक का शुभारंभ मुख्य अतिथि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राज …

शाहजहांपुर,अमृत विचार। टैलेंट मेकर नाट्य कला समिति के बैनर तले गांधी भवन में मेरे भाई मेरे दोस्त नामक नाटक का मंचन किया गया। हिंदू-मुस्लिम एकता पर आधारित दया प्रकाश सिन्हा कृत नाटक का निर्देशन हंसराज विकल ने किया।
शुक्रवार देर शाम शुरू हुए नाटक का शुभारंभ मुख्य अतिथि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राज कुमार पिथौरिया, विशिष्ट अतिथि अधिशासी अभियंता राजेश चौधरी, सहायक अभियंता अजय कुमार और डॉ. एमपी सिंह ने किया।

नाटक का सह निर्देशन भावना सिंह ने किया। नाटक में दिखाया गया कि लखनऊ के डॉ. मिर्जा एक सम्मानित व्यक्ति हैं। उनका सम्मान सभी जाति-धर्मों के लोग करते हैं। मिर्जा ने अपने दोस्त अनवर के साथ आजादी की लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। इस लड़ाई में अनवर मारा गया था। अनवर का बेटा यासीन मिर्जा के घर आता है।

वह मिर्जा की बेटी गेसू से मोहब्बत करने लगता है। असलियत में यासीन आईएसआई का जासूस होता है, जिस कारण वह गेसू से झूठी मोहब्बत करता है। वह अपने दोस्त हरीश से मिलकर हिंदुस्तान को बर्बाद करना चाहता है। जब यासीन की असलियत खुलती है, तो मिर्जा और उसकी बेटी को सदमा लगता है। अपने वतन के प्रति बफादारी देखकर यासीन अचंभित होता है।

नाटक में सोनम शुक्ला, इशिका श्रीवास्तव, हंसराज विकल, अनिल कुमार, करन कुमार, वसीम राज, अमोद कुमार, अनमोल सिंह, वरुण कुमार गुप्ता ने अभिनय किया। जबकि मंचीय संगीत, लाइट, मंच सज्जा, मेकअप, वस्त्र विन्यास आदि में भावना सिंह, विजय राना, आशीष शर्मा, शिवा राणा, संदीप आर्य, अतुल अवस्थी, सुहेल मोहम्मद, संजीव कुमार श्रीवास्तव, इंद्रजीत सक्सेना आदि का योगदान रहा। संचालन कवि डॉ. इंदु अजनबी ने किया।

ये भी पढ़ें-

कानपुर: हकीकत में जिंदा, कागजों में मुर्दा, कोरोना काल में जिम्मेदारों ने जीवित लोगों के बनाए मृत्यु प्रमाणपत्र

संबंधित समाचार