बरेली: तो क्या पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए रचा लूट का ड्रामा
बहेड़ी, अमृत विचार। गांव डांडी अभयचंद निवासी जिस एलआईसी एजेंट सुरेश राठौर ने सोमवार रात हाइवे पर 4.12 लाख रुपये लूट लिए जाने की शिकायत पुलिस से की थी, जांच के बाद पुलिस ने उस घटना को सिरे से खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि यह सब कहानी सुरेश ने अपने खिलाफ …
बहेड़ी, अमृत विचार। गांव डांडी अभयचंद निवासी जिस एलआईसी एजेंट सुरेश राठौर ने सोमवार रात हाइवे पर 4.12 लाख रुपये लूट लिए जाने की शिकायत पुलिस से की थी, जांच के बाद पुलिस ने उस घटना को सिरे से खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि यह सब कहानी सुरेश ने अपने खिलाफ गांव के ही कुछ लोगों द्वारा लेन-देन को लेकर की गई शिकायत से बचने को की थी।
सीओ अजय गौतम ने बताया कि सुरेश राठौर पर गांव के बाबू तथा मोहिन के 75 हजार रुपये उधार थे। इसको लेकर वह आए दिन चुका देने की बात करता था। उन्होंने कहा कि सुरेश के खिलाफ एससीएसटी एक्ट के तहत भी एक मामला बन रहा था। सुरेश ने गांव के कुछ लोगों की रकम एक ऐसी कंपनी में जमा कराई जो सारी रकम डकार कर भाग गयी।
एक हफ्ता पहले ही ग्रामीणों की शिकायत पर हल्का इंचार्ज ने गांव पहुंच कर सबका पक्ष जाना था। सीओ ने बताया कि सुरेश द्वारा बीती रात पूरी घटना बताए जाने के बाद पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण भी कराया जिसमें उसके कहीं खरोच तक नहीं आई थी।
उधर, सुरेश राठौर के अनुसार, पुलिस ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया।
कोतवाल का रवैया बीती रात भी ठीक नहीं था। घटना के बाद पुलिस ने उसी से तहरीर अपनी ओर से बोलकर लिखाई जबकि उसके हाथ थरथरा रहे थे। सुरेश ने कहा कि इसी के चलते उसने स्थानीय पुलिस से दुबारा मुलाकात नहीं की क्योंकि उसे मदद का भरोसा नहीं था। अब वह शीर्ष अधिकारियों के सामने अपनी बात रखेगा।
