हल्द्वानी: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की कार्यशैली पर उठाए सवाल, चयनित अभ्यर्थियों का प्रदर्शन

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

हल्द्वानी, अमृत विचार। चयनित होकर भी रह गए बेकार आखिर कब मिलेगा रोजगार, जिस देश का शिक्षक सड़कों पर उस देश का आलम क्या होगा… कुछ ऐसे ही नारों के साथ आज हल्द्वानी में चयनित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। हाथों में पोस्टर थामे नारे लगाते युवाओं ने इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बताया कि साल 2020 …

हल्द्वानी, अमृत विचार। चयनित होकर भी रह गए बेकार आखिर कब मिलेगा रोजगार, जिस देश का शिक्षक सड़कों पर उस देश का आलम क्या होगा… कुछ ऐसे ही नारों के साथ आज हल्द्वानी में चयनित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। हाथों में पोस्टर थामे नारे लगाते युवाओं ने इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बताया कि साल 2020 में सरकार की ओर से 1431 सहायक अध्यापक के पदों पर विज्ञप्ति जारी की गई थी। जिसके बाद 2021 में परीक्षा आयोजित की गई थी। 31 दिसंबर 2021 को परिणाम घोषित किया गया।

देखें वीडियो: चयनित कर्मचारियों ने ऐसे किया गुस्से का इजहार

 

चयनित अभ्यर्थी राकेश टम्टा ने बताया कि परिणाम घोषित होने के चार महीने के बाद भी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। दरअसल जिन युवाओं का चयन नहीं हुआ था वे लोग कुछ प्रश्नों पर आपत्ति जताते हुए कोर्ट की शरण में चले गए थे। जिसके बाद चयन प्रक्रिया में विराम लग गया।

प्रदर्शन कर रहे चयनित अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के द्वारा कोर्ट के समक्ष उचित साक्ष्य पेश नहीं किए गए, जिसकी वजह से चयनित युवाओं का भविष्य दांव पर लग गया है। उन्होंने सरकार और आयोग से जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है जिससे बेरोजगारी का दंश झेल रहे चयनित शिक्षकों के साथ न्याय हो सके।

संबंधित समाचार