लखनऊ: वसुंधरा ग्रुप के चेयरमैन पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज, वायुसेनाकर्मी से हड़पे लाखों रुपये

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

अमृत विचार, लखनऊ। विभूतिखंड कोतवाली पुलिस ने वायुसेना कर्मचारी के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में वसुंधरा ग्रुप के चैयरमैन सुधीर सिंह पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। वायुसेनाकर्मी का आरोप है कि प्लॉट देने के नाम पर चैयरमैन ने उससे लाखों रुपये हड़प लिए हैं। मूलरुपस से जौनपुर जनपद के वीरपालपुर पोस्ट घनश्यामपुर …

अमृत विचार, लखनऊ। विभूतिखंड कोतवाली पुलिस ने वायुसेना कर्मचारी के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में वसुंधरा ग्रुप के चैयरमैन सुधीर सिंह पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। वायुसेनाकर्मी का आरोप है कि प्लॉट देने के नाम पर चैयरमैन ने उससे लाखों रुपये हड़प लिए हैं।

मूलरुपस से जौनपुर जनपद के वीरपालपुर पोस्ट घनश्यामपुर निवासी विनोद कुमार भारतीय वायुसेना में कार्यरत है। वर्तमान में वह एक पंजाब के एयरबेस में तैनात है। पीड़ित ने बताया कि साल 2014 में उनकी मुलाकात वसुंधरा ग्रुप के चेयरमैन सुधीर सिंह से हुई थी। उस समय पीड़ित ने चेयरमैन से एक जमीन की खरीद-फरोख्त के सिलसिले में बातचीत की थी।

जिसके बाद सैन्यकर्मी ने चैयरमैन को दस हजार रुपये देकर एक प्लॉट की बुकिंग कराई थी। इसके बाद वसुंधरा ग्रुप ने सैन्यकर्मी को प्लॉट संख्या 109 में पंजीकृत किया था। जिसकी कीमत 6 लाख 25 हजार रुपये निर्धारित की गई। इसके बाद सैन्यकर्मी ने 1 लाख 41 हजार रुपये एडवांस देकर शेष रकम की एग्रीमेंट के तहत किस्तें मंजूर करवा ली।

उस वक्त कंपनी ने साल 2019 तक सैन्यकर्मी को प्लॉट देने के लिए आश्वस्त कर दिया था। सैन्यकर्मी ने बताया कि जनवरी 2018 तक उसने कंपनी के खाते में सारी किस्तें जमा कर दी। इसी बीच वह छुट्टी लेकर आंवटित प्लॉट को देखने पहुंचा। तब उसे कोई भी विकास कार्य दिखाई नहीं पड़ा। हताश होकर सैन्यकर्मी एल्डिको स्थित वसुंधरा ग्रुप के कार्यालय पहुंचा। आरोप है कि उस वक्त कंपनी के कर्मचारियों ने झूठा आश्वासन दिया। कंपनी दूसरी जगह उन्हें प्लॉट देगी।

उन्होंने जो प्लॉट बुक किया था किसी कारण उसकी बुकिंग नहीं हो पाई। जिसके बाद सैन्यकर्मी ने कंपनी में जमा रकम वापस करने का आवेदन भरा। इस कंपनी ने उसे तीन महीने के अंदर पूरा पैसा वापस करने का दावा किया। सैन्यकर्मी ने बताया कि समय सीमा समाप्त होने के बाद भी कंपनी से रुपया नहीं मिला।

जिसके बाद सैन्यकर्मी ने कंपनी के चैयरमैन से मुलाकात की तो वह रुपये लौटाने में आनाकानी करने लगा। विरोध करने पर चैयरमैन सैन्यकर्मी को धमकाने लगा। इसके बाद सैन्यकर्मी ने कंपनी के चैयरमैन के खिलाफ विभूतिखंड कोतवाली में शिकायत देते हुए धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है।

पढ़ें-वाराणसी: कारोबारी की जमीन धोखाधड़ी से हड़पने के आरोप में दो बिल्डरों को जारी की गई नोटिस

संबंधित समाचार