कालाढूंगी: अग्निपथ योजना के खिलाफ उत्तराखंड क्रांति दल ने फूंका बिगुल
हल्द्वानी, अमृत विचार। भले ही देश की तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर अग्निपथ योजना को लागू करने को लेकर स्थिति साफ कर दी हो लेकिन अभी भी देश भर में युवाओं का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है। युवा पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने और अग्निपथ योजना को वापस …
हल्द्वानी, अमृत विचार। भले ही देश की तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर अग्निपथ योजना को लागू करने को लेकर स्थिति साफ कर दी हो लेकिन अभी भी देश भर में युवाओं का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है। युवा पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने और अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग पर डटे हुए हैं। आज अग्निपथ योजना को वापस करने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के पदाधिकारियों ने हल्द्वानी और कालाढूंगी में एसडीएम को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
कालाढूंगी में एसडीएम रेखा कोहली को प्रधानमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में अग्निपथ योजना को देश की सुरक्षा और युवाओं के भविष्य के लिए नुकसान करने वाली बताया गया है। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय सचिव (युवा) उत्तम सिंह बिष्ट ने कहा कि पूर्व में युवा शारीरिक परीक्षाएं और मेडिकल पास कर चुके हैं, सरकार लगातार आश्वासन देती रही कि परीक्षाएं होंगी पर परीक्षाएं नहीं कराई गईं। अब सरकार कह रही है कि पुरानी भर्तियां रद्द हो गयी हैं अब सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के तहत ही होंगी। यह तुगलकी आदेश युवाओं के सपनों को तोड़ने वाला है।
पूर्व युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अशोक सिंह बोहरा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार 4 साल की अग्निपथ योजना के जरिये नौजवानों को छलने का काम कर रही है। देशभर में विभिन्न विभागों में 60 लाख पद खाली पड़े हैं। ऐसे में विभिन्न विभागों में अग्निवीरों को नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण की बात धोखा है। केंद्र सरकार के मंत्री अग्निवीरों को 4 साल बाद 20 लाख के सपने बेच रहे हैं।
इस मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल के संयोजक खड़क सिंह बगड़वाल, पूर्व जनपद महामंत्री दीवान सिंह खनी, पूर्व केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य मदन सिंह मेर, कार्यकारिणी सदस्य बिशन सिंह लटवाल, मोहन चंद्र कांडपाल, हेमन्त गोस्वामी आदि रहे।
