लखनऊ बार एसोसिएशन चुनाव: नामांकन के साथ कचहरी परिसर में चुनावी हलचल तेज, 92 अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र दाखिल किए
लखनऊ, अमृत विचार। लखनऊ बार एसोसिएशन के चुनाव में आखिरी दिन 11 प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किए। तीन दिन में विभिन्न पदों के लिए कुल 92 अधिवक्ताओं नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन के साथ कचहरी परिसर में चुनावी हलचल तेज हो गई है। बार एसोसिएशन की एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन राम शरण द्विवेदी ने बताया …
लखनऊ, अमृत विचार। लखनऊ बार एसोसिएशन के चुनाव में आखिरी दिन 11 प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किए। तीन दिन में विभिन्न पदों के लिए कुल 92 अधिवक्ताओं नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन के साथ कचहरी परिसर में चुनावी हलचल तेज हो गई है। बार एसोसिएशन की एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन राम शरण द्विवेदी ने बताया कि गुरुवार को अंतिम दिन प्रत्याशियों ने उत्साह के साथ नामांकन किया। वार्षिक चुनाव में अध्यक्ष एवं महामंत्री पद के लिए पांच-पांच प्रत्याशियों ने नामांकन किया है।
तीन दिन तक चले नामांकन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर पांच, मध्य उपाध्यक्ष के लिए दस, कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए 6,एवं कोषाध्यक्ष पद के लिए 8 प्रत्याशियों ने नामांकन किया । इसके अलावा संयुक्त मंत्री पद के लिए 12, सदस्य कार्यकारिणी के लिए 24 एवं कनिष्ठ कार्यकारिणी पद के लिए 17 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। नामांकन के दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था रही। प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ जुलूस के रूप में नामांकन करने पहुंचे।
नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के साथ ही कचहरी परिसर में चुनावी हलचल तेज हो गई है। चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों ने प्रचार तेज कर दिया है। मतदाता अधिवक्ताओं से भेंट मुलाकात के साथ व्हाट्सएप संदेश का भी दौर शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर अलग से प्रचार चल रहा है।
एल्डर्स कमेटी चेयरमैन के अनुसार 22 जुलाई को मतदान कराया जाएगा। मतदान कचहरी के पार्किंग परिसर में होगा। दो दिन के लिए इसे सुरक्षित करा लिया गया है। बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में 4798 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

लखनऊ बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भूपेंद मणि सिंह ने भी पर्चा दाखिल किया। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता हित सर्वोपरि, इसके लिए लड़ाई लड़ूंगा, बार की गरिमा कायम रखना, बार बेंच में सामंजस्य और जरूरत पर ही हड़ताल हमारी प्राथमिकता में होगी। अधिवक्ताओं का मान सम्मान और बार की गरिमा बढ़े और सामंजस्य बनाकर गरिमामयी तरीके से कार्य करना प्राथमिकता है। वरिष्ठों से परामर्श और सहयोग लेकर बार की गरिमा कायम रखने के साथ क्लीन बार और क्लीन कोर्ट परिसर पर काम होगा।

उन्होंने कहा कि युवाओं को बार में सम्मान दिलाना प्राथमिकता होगी। कचहरी को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने, जूनियर और सीनियर अधिवक्ताओं को समान न्याय, आवासीय कालोनी की शासन से मांग की जाएगी। कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाने और बार बेंच में समन्वय बनाना और टकराव की स्थिति पैदा न हो। इस पर भी विशेष जोर होगा।
उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की समस्याओं का त्वरित निस्तारण, मृत अधिवक्ताओं के परिजनों के रुके हुए धन को दिलवाना, स्वच्छ कचहरी शुद्ध पेयजल और शौचालय की उपलब्धता, बार बेंच की गरिमा बरकरार रखना और संवादहीनता समाप्त करने पर विशेष जोर दिया जाएगा।
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