सीतापुर: माइनर में उगी झाड़ियां, 20 से ज्यादा गांवों के किसान प्रभावित
सीतापुर/तालगांव। धीरपुर माइनर झाड़ियों से पटी पड़ी है। जिसकी वजह से माइनर में पानी न आने से किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि इस समय गन्ना व धान की फसल को पानी की जरूरत है, लेकिन माइनर की सुविधा किसानों को नहीं मिल पा रही है। ऐसे में फसल …
सीतापुर/तालगांव। धीरपुर माइनर झाड़ियों से पटी पड़ी है। जिसकी वजह से माइनर में पानी न आने से किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि इस समय गन्ना व धान की फसल को पानी की जरूरत है, लेकिन माइनर की सुविधा किसानों को नहीं मिल पा रही है। ऐसे में फसल की सिंचाई के लिए किसान निजी व किराये के साधनों का सहारा लेने को मजबूर हैं।
आपको बता दें कि ये माइनर शारदा सहायक नहर से निकली है। माइनर के आसपास 20 से अधिक गांव हैं। पानी न आने से हजारों किसान प्रभावित हैं। धीरपुर माइनर के किनारे अमौरा बेनी रामा, धीरपुर, रौरापुर, सिकंदरा, भुसैल, भौनहापुर, गौरिया झाल, धोंधी, राही, चकपुरवा, पारा सरायं, कन्नपुर, मुन्डीपुरवा, हिलालपुर, जानीपुर, गोड़रिया, जमुनापुर गांव हैं। जबसे माइनर में पानी नहीं आ रहा है। फसलों पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है।
किसान विश्रामलाल लोधी ने कहा कि माइनर है, लेकिन पानी नहीं आता, ऐसे में कोई लाभ नहीं मिलता। रामनरेष ने कहा कि माइनर की सफाई के साथ पानी छोड़ा जाए तो इसका लाभ मिले। गिरीश शुक्ला ने कहा कि माइनर में पानी उपलब्ध कराने पर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। ललित कुमार ने कहा कि धान की रोपाई का समय चल रहा है। ऐसे में पानी की अति आवश्यकता है। त्रिभुवन लाल ने कहा कि माइनर में बड़े पैमाने पर झाड़ियां हैं, उनकी सफाई कराकर पानी छोड़ा जाए। पानी टेल तक पहुंचने की व्यवस्था की जाए।
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