बरेली: मदरसा छात्रों की कैसे हो ई-लर्निंग, प्ले स्टोर पर नहीं मिला ‘मेला एप’

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बरेली, अमृत विचार। 4 जुलाई को लखनऊ में अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने जोर शोर के साथ मेला ( मदरसा ई-लर्निंग एप ) की लांचिंग की थी। दावा किया गया कि इस एप के जरिए मदरसे में पढ़ने वाले आधुनिक शिक्षा की तरफ कदम बढ़ा सकेंगे। इसके अलावा कई छात्रों को …

बरेली, अमृत विचार। 4 जुलाई को लखनऊ में अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने जोर शोर के साथ मेला ( मदरसा ई-लर्निंग एप ) की लांचिंग की थी। दावा किया गया कि इस एप के जरिए मदरसे में पढ़ने वाले आधुनिक शिक्षा की तरफ कदम बढ़ा सकेंगे। इसके अलावा कई छात्रों को टेबलेट का भी वितरण किया गया था, मगर लांचिंग के 10 दिन बाद भी मेला एप प्ले स्टोर पर दिखाई नहीं दे रहा है। अब छात्रों के सामने यह समस्या खड़ी हो गई है कि जब मेला एप प्ले स्टोर पर ही मौजूद नहीं तो वह इसे डाउनलोड कर पढ़ाई कैसे करेंगे।

सरकार की तरफ से दावा किया गया कि मदरसा ई-लर्निंग एप यानि मेला के जरिए मदरसे के बच्चे विभिन्न विषयों की न सिर्फ पढ़ाई कर सकेंगे बल्कि लाइव क्लासेज भी ज्वाइन कर सकेंगे। मदरसे के बच्चों को शिक्षा आसानी से प्राप्त हो, इसके लिए मदरसे से जुड़ी सारी किताबें और कक्षाओं के कोर्स भी एप पर उपलब्ध रहेंगे। इस एप के माध्यम से मदरसे के बच्चों को न सिर्फ कापी-किताबों के बोझ से छुटकारा मिलेगा बल्कि समाज की मुख्यधारा से जुड़ने और हाईटेक जमाने के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में आसानी होगी।

लांचिंग के वक्त बताया गया था कि इस एप को 12 वीं कक्षा के छात्र अपनी आईडी से लॉगिन कर सकते हैं। जिले में 135 मदरसे मदरसा आधुनीकिकरण के तहत हैं, जबकि 5 अनुदानित हैं। मेला एप की लांचिंग के दौरान दरगाह आला हजरत स्थित मदरसा मंजरे इस्लाम और फरीदपुर के मदरसा महमूदिया के एक-एक छात्र को टेबलेट दिया गया था। मदरसों के शिक्षक भी मानते हैं कि यह एप बच्चों की पढ़ाई के लिए कारगर साबित होगा, मगर सवाल यह है कि जब प्ले स्टोर पर ही एप मौजूद नहीं तो उसे कैसे डाउनलोड किया जाए।

लांचिंग के दौरान भी सामने आई थी गड़बड़ी
संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्ले स्टोर पर मेला एप के नहीं दिखाई देने की बात लांचिंग के दौरान भी सामने आई थी। इसके पीछे तकनीकी गड़बड़ी बताई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक जो भी दिक्कत है, उसे लखनऊ में टेक्निकल टीम दूर करने का प्रयास करेगी।

डाउनलोड करने की कोशिश कर रहे मदरसा शिक्षक
मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष सलीम जावेद ने बताया कि उन्होंने लांचिंग के बाद इस एप को खोलकर देखा तो प्ले स्टोर पर दिखाई नहीं दिया। यह शुरू होने के बाद बच्चों को काफी आसानी हो जाएगी। कोरोना जैसे संकट में तो यह वरदान साबित होता। क्योंकि जैसा पता चला है उसके मुताबिक इस पर पूरा पाठ्यक्रम और शिक्षण सामग्री मौजूद है।

मेला एप प्ले स्टोर पर दिखाई नहीं दे रहा है। जिसके पीछे तकनीकी कारण बताए जा रहे हैं। इसमें समस्या का जो भी निवारण होना वो लखनऊ स्तर से ही होगा। यह एप मदरसा छात्रों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगायोगेश पाण्डेय, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी।

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