मुरादाबाद: आयुष्मान कार्ड धारक गर्भवती महिलाओं को अब नहीं किया जाएगा रेफर, सीएमएस ने जारी किए निर्देश
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाली आयुष्मान कार्डधारक गर्भवती महिलाओं को अब उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर नहीं किया जाएगा। उनका इलाज इसी अस्पताल में होगा। जरूरत पड़ने पर निजी अस्पताल से विशेषज्ञ को बुलाया जाएगा। जिला महिला अस्पताल में अब तक हर महीने आयुष्मान कार्ड धारक गर्भवती …
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाली आयुष्मान कार्डधारक गर्भवती महिलाओं को अब उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर नहीं किया जाएगा। उनका इलाज इसी अस्पताल में होगा। जरूरत पड़ने पर निजी अस्पताल से विशेषज्ञ को बुलाया जाएगा।
जिला महिला अस्पताल में अब तक हर महीने आयुष्मान कार्ड धारक गर्भवती महिलाओं को जटिलता की स्थिति में रेफर करने की नौबत आती थी। इसमें कई बार उनकी तबीयत और बिगड़ जाता था। इसको देखते हुए अब अस्पताल में ही इनके इलाज की व्यवस्था की गई है। जो भी ऐसी गर्भवती महिलाएं होंगी उनको अस्पताल में ही विशेषज्ञ चिकित्सकों को बुलाकर चिकित्सा सुविधा दी जाएगी।
अस्प्ताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनीता पाण्डेय का कहना है कि हर महीने 10- 15 गर्भवती महिलाओं के मामले आते हैं जो आयुष्मान कार्ड धारक होती हैं। इनमें दो से गंभीर मामले में रेफर करना पड़ता था। लेकिन अब अस्पताल में ही ऐसी व्यवस्था बना दी गई है कि किसी भी गर्भवती को रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अस्पताल में सभी उपकरण और संसाधन उपलब्ध हैं। किसी परिस्थिति में विशेषज्ञ की जरूरत पड़ेगी तो निजी अस्पताल से चिकित्सक बुलाएंगे।
अस्पताल में प्रसव के लिए काउंसिलिंग
आयुष्मान कार्डधारी गर्भवती महिलाओं की महिला अस्पताल में ही सुरक्षित प्रसव कराने के लिए काउंसिलिंग की जा रही है। आयुष्मान मित्र आयुष्मान कार्ड बनाते समय गर्भवती की काउंसिलिंग कर उन्हें महिला अस्पताल में ही इलाज कराने के लाभ के बारे में बताएंगी। हर माह आयुष्मान मित्र के माध्यम से बनने वाले 150 आयुष्मान कार्ड वालों को यहां की सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी।
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