हल्द्वानी: नैनीताल-काठगोदाम हाईवे पर फलदार और संरक्षित प्रजाति के 300 पेड़ों पर चलाई आरी, जिम्मेदार बेपरवाह

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हल्द्वानी, अमृत विचार। दोगड़ा गांव में राजस्व भूमि पर फलदार व संरक्षित प्रजाति के 300 पेड़ों पर आरी चलने का मामला अब प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण, हाईकोर्ट, मुख्यमंत्री दरबार और वन मंत्री तक पहुंच गया है। युवा कांग्रेस ने इन सभी से शिकायत कर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। युवा कांग्रेस …

हल्द्वानी, अमृत विचार। दोगड़ा गांव में राजस्व भूमि पर फलदार व संरक्षित प्रजाति के 300 पेड़ों पर आरी चलने का मामला अब प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण, हाईकोर्ट, मुख्यमंत्री दरबार और वन मंत्री तक पहुंच गया है। युवा कांग्रेस ने इन सभी से शिकायत कर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह प्रिंस ने बताया कि नैनीताल तहसील के अंतर्गत भुजियाघाट के समीप दोगड़ा में ग्राम सभा की जमीन को कौड़ियों के भाव खरीदा गया। नैनीताल-काठगोदाम हाईवे से सटी राजस्व विभाग की भूमि पर फलदार व संरक्षित प्रजाति के 300 हरे पेड़ों पर आरी चला दी गई। सड़क से जमीन तक रास्ता बनाया जा रहा है इसमें प्राधिकरण के मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इससे राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व की हानि हो रही है तो बेशकीमती वन्य संपदा भी बर्बाद हो रही है।

इसको ग्रामीणों में भी आक्रोश है फिर भी धड़ल्ले से काम चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के राजनेता भूमाफिया के साथ मिलकर गांव की इस भूमि पर कॉलोनी काट रहे हैं। इस वजह से सभी जिम्मेदार प्रशासन, वन, राजस्व, जिला विकास प्राधिकरण समेत सभी विभागों ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है। इस बारे में आयुक्त दीपक रावत से भी शिकायत की गई थी लेकिन इस मामले में कार्रवाई तो दूर वन विभाग ने जांच भी शुरू नहीं की है। अब युवा कांग्रेस ने इसकी शिकायत राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण, प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वन मंत्री सुबोध उनियाल, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से की है। उन्होंने सभी से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। चेतावनी दी कि यदि फिर भी प्रशासन और वन विभाग ने कार्रवाई नहीं की तो वह हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

हरे पेड़ों का अवैध कटान बर्दाश्त नहीं होगा। इस मामले की जांच की जाएगी। मैं खुद मौके पर जाकर जांच करुंगा और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। – पीके पात्रो, मुख्य वन संरक्षक, कुमाऊं

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