बलिया : अनूठा भोग चढ़ाकर बाबा से मांगी मुराद..जानें पूरा मामला
बलिया । जिले के मिश्रौली कस्बे में दिगम्बर बाबा परती के मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ा। आस्था के इस सैलाब में श्रद्धालुओं ने बाबा को भूसा और आटे का भोग चढ़ाया और परिवार के कल्याण की मुरादें मांगी। बता दें कि पुरानी मान्यता के अनुसार दिगम्बर बाबा ने गायों की रक्षा हेतु अपने …
बलिया । जिले के मिश्रौली कस्बे में दिगम्बर बाबा परती के मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ा। आस्था के इस सैलाब में श्रद्धालुओं ने बाबा को भूसा और आटे का भोग चढ़ाया और परिवार के कल्याण की मुरादें मांगी। बता दें कि पुरानी मान्यता के अनुसार दिगम्बर बाबा ने गायों की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन्हें न्याय की देहरी के रूप में माना जाता है।
आपको बता दें कि दिगम्बर बाबा का मेला सावन के तीसरे गुरूवार को लगता है। गुरुवार को इस मेले में बलिया समेत अन्य जनपदों के श्रद्धालु बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचे। मेले में बाबा को भूसा और आटे का भोग चढ़ाया गया। देर शाम तक मेले में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा।
बता दें कि पूजा की शुरूआत लालध्वज के झंडोत्तोलन से आरम्भ हुई जो देर शाम तक चलती रही। विधि-विधान के साथ अखंड हरिकीर्तन भी आयोजित किया गया। यहां की मान्यता है कि सच्चे मन से जो भी श्रद्धालु बाबा का ध्यान करता है। उन्हें भूसें और आटे का भोग लगाता है तो उनकी मुरादें पूरी होती है।
मुगलिया सल्तनत में गौ रक्षा के लिए मुगलों से संघर्ष करते हुए इसी स्थान पर दिगम्बर बाबा ने अपने प्राणों की आहूति दी थी। जिसके बाद से ही इस स्थान पर उनकी पूजा की जाती है। बता दें कि कोई भी शख्स यहां झूठी कसम नहीं खाता। जिस वजह से न्याय के लिए यहां पहुंच कर कसम खाने को कहते हैं और गलत व्यक्ति इससे भयभीत हो जाते हैं, जिससे उनका झूठ पकड़ा जाता है। जिस कारण पंचायत सफल हो जाती है।
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