बरेली: टंकी बनाने की शुरुआत नहीं, पहले ही खोद दी गईं सड़कें
बरेली, अमृत विचार। केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। जिले के 1850 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल पहुंचाए जाने के लिए पानी की टंकी बनाई जा रही है। बिथरी …
बरेली, अमृत विचार। केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। जिले के 1850 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल पहुंचाए जाने के लिए पानी की टंकी बनाई जा रही है। बिथरी चैनपुर की ग्राम पंचायत भगवतीपुर में योजना के तहत पानी की टंकी बनाई जानी है।
यहां पर अभी तक मात्र जमीन चिन्हित कर चाहर दीवारी बनाई गई है। पांच फीसदी भी कार्य नहीं हुआ है। इस ग्राम पंचायत की आबादी करीब 4200 है। भगवतीपुर के मजरा कमुआ खुर्द, नगीपुर में पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए सड़कों को पहले ही खोद दिया गया है और किसी भी घर में नल नहीं पहुंचा है। काम शुरू न होने से खफा भगवतीपुर के ग्रामीणों ने गांव की सड़कें नहीं खुदने दी हैं।
शुरुआत से ही बरती जा रही लापरवाही
15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई। योजना के क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार की ओर से करोड़ों रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। योजना का उद्देश्य है कि सभी नागरिकों को पीने का स्वच्छ जल मिले। तकनीकी अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही से निर्धारित समय तक ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सभी परिवारों तक पानी की व्यवस्था कर पाना मुश्किल लग रहा है। जबकि पाइप के माध्यम से घर घर तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों को कार्य में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाह जिम्मेदारों की सूची बनाई जा रही है। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा— कुमकुम, अधिशाषी अभियंता, जल निगम, ग्रामीण।
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