Lalbaugcha Raja: जानें क्यों प्रसिद्ध हैं मुंबई के लाल बाग के गणपति, कहा जाता है मन्नत का राजा

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मुंबई। देश भर में गणेशोत्सव की धूम है। 31 अगस्त, बुधवार को गणेश चतुर्थी का त्योहार है। इस दिन लोग घरों या पंडालों में भगवान गणेश को स्थापित हैं और उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद विसर्जित करते हैं। गणेशोत्सव 10 दिनों तक चलता है। जब बात गणेशोत्सव की आती है, तो मुंबई के लालबागचा …

मुंबई। देश भर में गणेशोत्सव की धूम है। 31 अगस्त, बुधवार को गणेश चतुर्थी का त्योहार है। इस दिन लोग घरों या पंडालों में भगवान गणेश को स्थापित हैं और उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद विसर्जित करते हैं। गणेशोत्सव 10 दिनों तक चलता है। जब बात गणेशोत्सव की आती है, तो मुंबई के लालबागचा राजा का नाम जरूर आता है। भगवान श्रीगणेश को हिंदू धर्म में प्रथम पूजनीय देवता माना गया है। गणेश चतुर्थी का दिन भगवान श्रीगणेश को समर्पित होता है।

मुंबई में लालबाग के राजा की प्रसिद्धि इतनी ज्यादा है कि लोग न केवल देश बल्कि विदेश से भी लालबाग के दरबार में हाजिरी लगाने जाते हैं। लाल बाग के राजा को आजादी मिलने से पहले पेरू चाल बाजार के नाम से जाना जाता था।

लेकिन बाद में यह किसी कारण बंद हो गया। हालांकि बाद में यह नए रूप में शुरू हुआ तो अपनी भव्यता के कारण चर्चा में आया। मान्यता है कि लालबाग के राजा से जो मन्नत मांगी जाती है, वह पूरी जरूर होती है। इसलिए इन्हें मन्नत का राजा भी कहा जाता है।

लालबागचा राजा गणपति की मूर्ति का आयोजन कांबली परिवार द्वारा आठ दशकों से अधिक समय से किया जा रहा है। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की प्रतिष्ठित 14 फीट लंबी गणेश प्रतिमा का अनावरण 2 साल के अंतराल के बाद 30 अगस्त को किया गया था।

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