प्रधानमंत्री आवास योजना: जिले में 527 आवेदन स्वीकृत, लेकिन शासन से नहीं आया बजट
अयोध्या। जनपद में सैकड़ों ग्रामीण अपने आशियाने का ख्वाब लिए दर-दर भटक रहे हैं। वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत जनपद में मकान बनवाने के लिए धनराशि आने का ग्रामीण इंतजार कर रहे है, लेकिन अभी तक सरकार से उन्हें 1 रुपये भी मयस्सर नहीं हुए। झुग्गी झोपड़ी में जीवन बिता रहे …
अयोध्या। जनपद में सैकड़ों ग्रामीण अपने आशियाने का ख्वाब लिए दर-दर भटक रहे हैं। वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत जनपद में मकान बनवाने के लिए धनराशि आने का ग्रामीण इंतजार कर रहे है, लेकिन अभी तक सरकार से उन्हें 1 रुपये भी मयस्सर नहीं हुए। झुग्गी झोपड़ी में जीवन बिता रहे ग्रामीण पात्र लोग कभी विकास भवन और कभी विकास खंड कार्यालय का चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन उन्हें बजट ना आने की बात बता कर संतुष्ट कर दिया जाता है।
अयोध्या में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में घर बनाने के लिए इस बार प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक बजट के नाम पर एक ढेला भी नहीं दिया गया है। जिले के सभी 11 विकास खंड से लगभग 530 आवेदन पत्र आए थे इनमें से 527 आवेदन पत्र मकान बनाने के लिए स्वीकृत हो चुके हैं। बावजूद इसके ग्रामीणों को सिर्फ इसलिए घर बनाने का इंतजार करना पड़ रहा है क्यों नहीं सरकारी अनुदान नहीं मिल रहा है।
बताते हैं कि जिला स्तर पर फाइल बनाकर पात्र लाभार्थियों की सूची शासन को भेजी जा चुकी है, लेकिन बजट अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। डीआरडीए केपीडी एसके सिंह ने बताया कि 527 एप्लीकेशन स्वीकृत है। शासन से बजट मांगा गया है जल्दी बजट आने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक मकान निर्माण के लिए पात्र लाभार्थियों को प्रथम किश्त के रूप में ₹40000 द्वितीय किस्त के रूप में 70000 तथा अंतिम 10000 की लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे अंतरित किया जाता है। उन्होंने बताया कि 527 आवेदन पत्र जो स्वीकृत हुए हैं वह वित्तीय सत्र 2022-23 के हैं इसके पहले लगभग 300 आवासों का निर्माण जनपद में पिछले वित्तीय वर्ष में पूर्ण हो चुके हैं।
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