लखनऊ: गर्मी के कारण ऑटो लॉक हो गए थे लेवाना के सभी कमरे, अग्निशमन विभाग ने सौंपी रिपोर्ट

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अमृत विचार संवाददाता/ लखनऊ। होटल लेवाना अग्निकांड को 9 दिन बीत चुके हैं, पर जांच की चिंगारी आज भी धधक रही है। पता चला है कि होटल में आग की गर्मी और धुएं के कारण सभी कमरों के दरवाजें ऑटो लॉक हो गए थे। जिसके कारण लोग बाहर नहीं आ सके और जलने व दम …

अमृत विचार संवाददाता/ लखनऊ। होटल लेवाना अग्निकांड को 9 दिन बीत चुके हैं, पर जांच की चिंगारी आज भी धधक रही है। पता चला है कि होटल में आग की गर्मी और धुएं के कारण सभी कमरों के दरवाजें ऑटो लॉक हो गए थे। जिसके कारण लोग बाहर नहीं आ सके और जलने व दम घुटने से इतने लोगों की मौत हो गई। दरअसल मामले की जांच करते हुए अग्निशमन विभाग की ओर से मंडलायुक्त को रिपोर्ट सौंपी है।

70 डिग्री के पार पारा पहुंचने पर ऑटोमेटिक डोर सिस्टम आ गए लॉक मोड पर
रिपोर्ट में अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लेवाना होटल में ऑटोमेटिक डोर सिस्टम लगा हुआ था। आग लगने के काफी देर बाद तक भी कई लोगों को नींद की अवस्था में कुछ पता नहीं चला। आग के कारण तापमान जैसे ही 70 डिग्री पहुंचा ऑटोमेटिक सिस्टम के कारण डोर स्वत: लॉक मोड में आ गए। दरअसल ऑटोमेटिक डोर सिस्टम में दो मोड होते हैं। ओपेन मोड व लॉक मोड। किसी ने पूर्व से ही सिस्टम को ऑटोलॉक मोड में लगा रखा था। जिसके कारण तापमान बढ़ते ही डोर ऑटोलॉक हो गए।
स्मोक अलार्म था बंद, इसलिए नहीं लगी भनक

रिपोर्ट के अनुसार घटना के दौरान होटल का स्मोक डिटेक्टर सिस्टम व फायर अलार्म बंद था। जिसके कारण धुआं फैलने के बारे में लोगों को देरी से पता चल सका। पूछताछ करने पर पता चला कि घटना के एक दिन पूर्व होटल में पार्टी आयोजित हुई थी। जिसमें सिगरेट आदि का धुआं होने के कारण स्मोक डिटेक्टर के चलते बार-बार फायर अलार्म बज रहा था। इसी कारण किसी ने स्मोक डिटेक्टर व फायर अलार्म को बंद कर दिया था, पर वापस से शुरू करना भूल गया।

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