RPF Raising Day : रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की बढ़ेगी भागीदारी
अमृत विचार, लखनऊ । जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल अकादमी के स्थापना दिवस पर मंगलवार को केंद्रीय रेल राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने परेड की सलामी ली। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये रेल राज्य मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी । रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की संख्या तीन …
अमृत विचार, लखनऊ । जगजीवन राम रेलवे सुरक्षा बल अकादमी के स्थापना दिवस पर मंगलवार को केंद्रीय रेल राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने परेड की सलामी ली। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये रेल राज्य मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी ।
रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं की संख्या तीन से बढ़ाकर 9 कर दी गई है। इसे 15 प्रतिशत करने की योजना है। नए प्रोजेक्ट बनाते समय फंड मिलेगा। रेलवे सुरक्षा बल ने 6300 अपराधियों की गिरफ्तारी की। इंटरनेट मीडिया पर आईं करीब 90 हजार से अधिक शिकायतों का निवारण किया गया।
ट्रेनों में अकेली चल रही महिला यात्रियों के लिए ‘मेरी सहेली’ अभियान चलाया जा रहा है। आज 300 से अधिक मेरी सहेली की टीमें मौके पर तैनात हैं। कोविड में भी महिला आरपीएफ बल ने योगदान दिया। कुल 64 अफसर और जवान अपनी ड्यूटी करते हुए बलीदानी हो गए।
आरपीएफ सदस्य जान की बाजी लगाकर जान बचा रहे हैं। हवलदार ज्ञानचंद आत्महत्या करने जा रही महिला को बचाते हुए बलिदानी हो गए।मंत्री ने महानिरीक्षक अतुल श्रीवास्तव को राष्ट्रपति पुलिस पदक, दो सहायक सुरक्षा आयुक्त और 13 अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों को विशिष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया । इसके अतिरिक्त दो जवानों को सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक व चार जवानों को उत्तम जीवन रक्षक पदक और एक जवान को जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया ।
20 सितंबर 1985 को आरपीएफ को मिला बल का दर्जा
20 सितंबर 1985 को रेलवे सुरक्षा बल को संघ के समय बल का दर्जा दिया गया था। तब से रेलवे सुरक्षा बल स्थापना दिवस का आयोजन क्षेत्रीय स्तर पर करता है। जबकि 22 मई 2006 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने परेड और समारोह में रेलवे सुरक्षा बल को ध्वज प्रदान किया था।
पांच हजार से अधिक ट्रेनों के कोच में लगाये गये सीसीटीवी -डीजी
जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी में आयोजित आरपीएफ के स्थापना दिवस पर डीजी रेलवे संजय चंदर ने कहा किरेलवे ने 861 से अधिक स्टेशनों और पांच हजार से अधिक कोच में सीसीटीवी लगाए हैं। जल्द ही नई दिल्ली में निर्माणधीन सेंट्रल कमांड कंट्रोल सेंटर से स्टेशनों और कोच को मानिटर किया जा सकेगा।
बंगलुरु स्टेशन पर फेशियल रिकग्नीशन सिस्टम लगाया है। इसे देश के 200 बड़े स्टेशनों पर लगाने की तैयारी है। आरपीएफ जवानों के पारदर्शिता से स्थानांतरण के लिए आईटी मॉड्यूल लागू किया है। वर्ष 2021 से अगस्त 2022 तक बल ने 24,000 बच्चों को सुरक्षित किया। मानव तस्करी के विरोध में आपरेशन आहट चल रहा है। इसके लिए 744 पोस्ट पर टीम बनी है।
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