मुख्यमंत्री आवास के लिए अयोध्या से पदयात्रा पर निकली समाजसेवी को पुलिस ने रोका, जानें मामला

अयोध्या। जिला महिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था व एक डॉक्टर के अभद्र व्यवहार से आहत समाजसेवी ने कई दिनों तक शांतिपूर्वक धरना देकर कार्रवाई की मांग की लेकिन जिले स्तर पर कोई कार्रवाई न होता देख वह मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल पड़ी। मुख्यमंत्री आवास के लिए पदयात्रा कर निकली समाजसेवी को रौनाही पुलिस ने …
अयोध्या। जिला महिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था व एक डॉक्टर के अभद्र व्यवहार से आहत समाजसेवी ने कई दिनों तक शांतिपूर्वक धरना देकर कार्रवाई की मांग की लेकिन जिले स्तर पर कोई कार्रवाई न होता देख वह मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल पड़ी। मुख्यमंत्री आवास के लिए पदयात्रा कर निकली समाजसेवी को रौनाही पुलिस ने टोल प्लाज़ा के पास रोक लिया।
समाजसेवी अर्चना तिवारी का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लिया है, उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाते तक तक वह धरना देंगी। समाजसेवी अर्चना तिवारी का कहना है कि जिला महिला अस्पताल की डॉक्टर निशी सिंह का मरीज के साथ अभद्र व्यवहार और महिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर वह कई दिनों से शांतिपूर्वक धरना दे रही हैं, लेकिन उनकी मांगों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अर्चना तिवारी का कहना है कि जन मानस के हित के लिए वह लगातार संघर्ष कर रही हैं और गांधी पार्क में धरने पर बैठी थी। जिला महिला अस्पताल में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर किए ना रहे उनके धरने का समर्थन भाजपा नेता शरद पाठक बाबा ने किया। उनका आरोप है कि 26 अक्टूबर तक उनकी समस्याओं का जिला स्तर पर जब कोई समाधान नहीं निकला तो वह मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल पड़ी।
समाजसेवी अर्चना तिवारी कहना है कि जब तक डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो जाती व महिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर नहीं किया जाता तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों एक मरीज को दिखाने के दौरान डॉ. निशी सिंह ने मरीज के साथ अभद्र व्यवहार कर मरीज का पर्चा फाड़ कर फेंक दिया था।
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