अयोध्या: सरयू की कटान में आई तेजी से 70 बीघा फसलें नदी में समाई

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पूराबाजार, अयोध्या। सरयू नदी में आई बाढ़ का पानी तो घट गया लेकिन बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। नदी की कटान से अब तक बलुइया मांझा मड़ना और रामपुर पुआरी मांझा में करीब 70 बीघा गन्ने की फसल नदी में समा गई है। यदि कटान नहीं थमी तो …

पूराबाजार, अयोध्या। सरयू नदी में आई बाढ़ का पानी तो घट गया लेकिन बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। नदी की कटान से अब तक बलुइया मांझा मड़ना और रामपुर पुआरी मांझा में करीब 70 बीघा गन्ने की फसल नदी में समा गई है। यदि कटान नहीं थमी तो सैकड़ों बीघा फसलें और नदी में समा जायेगी।

बीते चार दिन से कटान चल रही है लेकिन गुरुवार को सुबह से कटान की चपेट में फसलें आने लगी। जिसके चलते दोपहर तक करीब 70 बीघा फसल कटान की भेंट चढ़ चुकी है। बलुइया मांझा मडना के अरविंद यादव का 12, राजेश कुमार का 5, शमशेर का 12, रामनरेश का तीन, रामसिंह तीन, रमेश निषाद का पांच, सियाराम का तीन समेत कुल 70 बीघा फसल बर्बाद हो गई है। रामपुर पुआरी मांझा में भी कटान की चपेट में आकर छह किसानों की फसल नष्ट हो गई है। बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि अब तक तहसील का कोई भी कर्मचारी कटान से हुए नुकसान को लेकर सर्वे करने नहीं आया है।

पीड़ित किसानों ने बताया कि एक वर्ष में गन्ने से नगद पैसा मिलता है। जिससे जिससे पूरे वर्ष भर घर गृहस्थी से लेकर शादी विवाह तक का खर्च चलता है। कहना है कि यदि कटान बन्द न हुई तो सैकड़ों बीघे गन्ने की फसल नदी में समा जाएगी। वहीं मड़ना मांझा के लेखपाल रामपाल ने बताया कि कटान से हो रही फसलों के नुकसान की सूची बनाकर तहसील प्रशासन को भेज दिया गया है।

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