मुरादाबाद : 30,000 अभिभावकों के खाते में नहीं पहुंचा यूनिफार्म का पैसा, शिकायत पर भी गंभीरता नहीं दिखा रहे अधिकारी
लापरवाही : बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता के खातों में सरकार भेजती है 1100 रुपये
शहर से लेकर देहात क्षेत्र के बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले 1.87 लाख बच्चों के खाते में सरकार से रुपये तो मिल गए लेकिन, इससे उन्होंने यूनिफार्म और अन्य शैक्षणिक सहायक सामग्री क्यों नहीं खरीदी।
मुरादाबाद,अमृत विचार। इसे तंत्र की लापरवाही कहें या अभिभावकों की उदासीनता। बड़ी संख्या में अभिभावकों के खाते में रुपये नहीं मिलने से बच्चों को यूनिफार्म, जूता-मोजा, स्वेटर नहीं मिल पाया है, जबकि ठंड में वह ठिठुरते हुए स्कूल आ रहे हैं। नवंबर बीतने को है और जिले के 30 हजार से अधिक अभिभावकों के खाते में पैसे नहीं भेजे गए तो हजारों अभिभावक रुपये मिलने के बाद उसे दूसरे काम में खर्च कर चुके हैं।
जिले में 1408 परिषदीय विद्यालय में 2.19 लाख बच्चों का नामांकन है। इन्हें डीबीटी (डायरेक्ट टू बेनीफिट) के माध्यम से आधार कार्ड से लिंक खाते में सरकार 1100 रुपये भेज रही है। जिससे दो सेट यूनिफार्म, बैग, जूता-मोजा, स्वेटर आदि खरीदा जा सके। स्थिति यह है कि इस शैक्षणिक सत्र का आठवां महीना नवंबर बीतने को है, लेकिन अभी भी 30,000 से अधिक अभिभावक खाते में रुपये आने की राह देख रहे हैं। रुपये न मिलने से उनके बच्चे पुरानी ड्रेस या घर के कपड़े, स्वेटर, जैकेट पहन कर स्कूल आ रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे अभिभावक भी हैं जो रुपये पाने के बाद उसे दूसरे काम में खर्च कर दिए और बच्चे यूं ही शिक्षकों की डांट सुनकर स्कूल में निराश लौट रहे हैं। शिक्षकों के द्वारा डांटे जाने पर कई बच्चे अब स्कूल जाने से भी कतराने लगे हैं।
शिकायत पर भी गंभीरता नहीं दिखा रहे अधिकारी
विभागीय पोर्टल और अधिकारियों से मिलकर कई अभिभावकों ने शिकायत भी की। लेकिन, इनका समाधान नहीं हुआ। सदर तहसील के प्राथमिक विद्यालय भीमाठेर में पढ़ने वाली कक्षा पांच की एक छात्रा के पिता ने शिकायत की लेकिन, उनके बैंक खाते में अब तक यूनिफार्म के रुपये नहीं मिले। ऐसी कई शिकायतें और भी हैं जो बच्चों के अभिभावकों ने अधिकारियों से की है।
जिन्हें मिले रुपये उनका सत्यापन भी नहीं
शहर से लेकर देहात क्षेत्र के बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले 1.87 लाख बच्चों के खाते में सरकार से रुपये तो मिल गए लेकिन, इससे उन्होंने यूनिफार्म और अन्य शैक्षणिक सहायक सामग्री क्यों नहीं खरीदी। इसका सत्यापन इस साल हुआ ही नहीं।
यह है नगर क्षेत्र की स्थिति
नगर क्षेत्र में बेसिक शिक्षा परिषद के 63 स्कूल हैं। इसमें प्राथमिक स्कूल 49, कंपोजिट 12 और उच्च प्राथमिक विद्यालय दो हैं। इसमें 9529 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। जिसमें से 9135 के खाते में रुपये भेजने की बात कही जा रही है। 394 ऐसे हैं जिनके बच्चे हैं जिनके पास आधार कार्ड ही नहीं है।
1.87 लाख छात्र छात्राओं के अभिभावकों के खाते में यूनिफार्म और स्टेशनरी का पैसा भेजा जा चुका है। इस साल कई कारणों से इसका सत्यापन नहीं करा पाए हैं कि अभिभावकों ने इससे यूनिफार्म खरीदा या नहीं, लेकिन यह सही है कि हजारों अभिभावकों ने इसका पैसा और कार्य में खर्च कर दिया। बच्चे पुराने या घर के कपड़ों में स्कूल आ रहे हैं। इसके लिए खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया है कि व्यवस्था ठीक कराएं। -बुद्धप्रिय सिंह, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी
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