Vivah Panchami 2022: आज विवाह पंचमी पर बना सर्वार्थसिद्धि योग, जान लें शुभ-अशुभ मुहूर्त एवं राहुकाल 

Vivah Panchami 2022: आज विवाह पंचमी पर बना सर्वार्थसिद्धि योग, जान लें शुभ-अशुभ मुहूर्त एवं राहुकाल 

आज दुष्ट मुहूर्त दोपहर 12.29 बजे से 1.11 बजे तक एवं 2.35 बजे से 3.17 बजे तक रहेगा। कुलिक योग दोपहर 2.35 बजे से 3.17 बजे तक रहेगा।

Vivah Panchami 2022: आज सोमवार को मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। आज के दिन विवाह पंचमी भी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। आज पंचमी तिथि 13.37 बजे तक रहेगी। इसके बाद षष्ठी तिथि आरंभ हो जाएगी। उत्तराषाढ़ नक्षत्र 10.29 बजे तक रहेगा। सूर्योदय सुबह 6.53 बजे तथा सूर्यास्त सायं 5.23 बजे होगा। चन्द्रोदय 11.22 पर होगा जबकि चन्द्र अस्त होने का समय 21.56 बजे रहेगा।

आज का पंचांग
शक संवत: 1944
विक्रम संवत: 2079
कलि संवत: 5123
मास: मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष

शुभ-अशुभ मुहूर्त एवं राहुकाल 
आज दुष्ट मुहूर्त दोपहर 12.29 बजे से 1.11 बजे तक एवं 2.35 बजे से 3.17 बजे तक रहेगा। कुलिक योग दोपहर 2.35 बजे से 3.17 बजे तक रहेगा। कंटक योग का समय आज सुबह 8.59 से 9.41 बजे तक है। कालवेला/ अर्द्धयाम आज 10.23 बजे से 11.05 तक रहेगी। यमघण्ट योग सुबह 11.47 से दोपहर 12.29 बजे एवं यमगंड योग सुबह 10.50 बजे से दोपहर 12.08 बजे तक रहेगा। आज राहुकाल  का समय सुबह 8.12 बजे से 9.31 बजे तक रहेगा आज पूर्व दिशा की यात्रा में शूल माना गया है। इन सभी मुहूर्तों एवं राहुकाल में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य न करें।

आज वृद्धि नामक शुभ योग सांय 6.04 बजे तक रहेगा। आज सुबह 10.29 बजे से अगले दिन सुबह सूर्योदय तक पूरे दिन सर्वार्थसिद्धी योग बन रहा है। अभिजीत मुहूर्त आज दोपहर 11.48 बजे से 12.28 बजे तक रहेगा। आज विवाह पंचमी पर बनने वाले इस वृद्धि योग एवं सर्वार्थसिद्धी योग में समस्त प्रकार के शुभ एवं धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं।

आज का चौघड़िया 
आज के पंचाग के अनुसार, सुबह सूर्योदय के समय 6.53 बजे से 8.12 तक अमृत का चौघड़िया रहेगा। सुबह 9.31 बजे से 10.50 तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। दोपहर में 1.27 बजे से सायं 5.24 बजे तक क्रमशः चर, लाभ और अमृत का चौघड़िया रहेगा। आज इन चौघड़ियों में राहुकाल को टाल कर सभी शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इस प्रकार यहां दिए गए शुभ मुहूर्तों के अनुसार आज विवाह पंचमी पर भगवान राम एवं मां सीता की पूजा और आराधना की जा सकती है।

ये भी पढ़ें : विवाह पंचमी के दिन हुआ था राम-सीता का विवाह, लेकिन इस दिन नहीं होती शादियां