Rampur By-Election : आजम खां का दुर्ग ढहाने के लिए पसमांदा मुस्लिमों में सेंधमारी कर रही भाजपा!

भड़काऊ भाषण के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने 27 अक्टूबर को आजम खां को तीन साल की कैद और छह हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी

Rampur By-Election : आजम खां का दुर्ग ढहाने के लिए पसमांदा मुस्लिमों में सेंधमारी कर रही भाजपा!

मुस्लिमों को रिझाने के लिए भाजपा के रणनीतिकार कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते यही कारण है कि भारी तादाद में मुसलमान सपा का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं

रामपुर, अमृत विचार। सपा के फायर ब्रांड नेता आजम खां का दुर्ग ढहाने के लिए भाजपा रामपुर के पसमांदा मुसलमानों में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। पसमांदा मुस्लिमों को रिझाने के लिए 12 नवंबर को भाजपा रामपुर में देश का दूसरा पसमांदा सम्मेलन भी कर चुकी है। मुस्लिमों को रिझाने के लिए भाजपा के रणनीतिकार कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते यही कारण है कि भारी तादाद में मुसलमान सपा का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। भाजपा के नेता केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ हिन्दू-मुसलमानों को समान रूप से मिल रहा है यह भी याद दिला रहे हैं । 

भड़काऊ भाषण के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने 27 अक्टूबर को आजम खां को तीन साल की कैद और छह हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। 28 अक्टूबर को विधानसभा अध्यक्ष ने आजम खां की विधायकी रद कर दी थी।  आनन-फानन में केंद्रीय चुनाव आयोग ने उप चुनाव के लिए तिथियों की घोषणा कर दी और पांच दिसंबर को रामपुर में उप चुनाव के लिए मतदान होना है। लेकिन, रामपुर शहर विधानसभा क्षेत्र में 60 प्रतिशत मुस्लिम और 40 प्रतिशत हिन्दू मतदाता हैं। जिसके कारण भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना उर्फ हनी बिना मुस्लिम वोटों के आजम खां से सीट नहीं छीन सकते।

शहर विधानसभा सीट पर कुल मतदाता 388994 हैं, जिसमें 301149 पुरुष और 276314 महिला मतदाता है। आजम खां का पसमांदा मुस्लिम परंपरागत वोट है भाजपा पसमांदा मुस्लिमों को अपने पाले में करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए राज्यमंत्री दानिश अंसारी, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, पूर्व राज्यमंत्री मोहसिन रजा समेत तमाम अल्पसंख्यक प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को लगाया गया है। 

'मुस्लिमों को अपने भाषणों में उलझाकर आजम लेते रहे वोट'
अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि आजम खां ने रामपुर के भोले-भाले मुस्लिम वर्ग को अपने लच्छेदार भाषणों में उलझा कर उनके वोट हासिल किए लेकिन सक्षम होने के बावजूद उनका जीवन स्तर बेहतर करने के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने दावा किया इस बार भाजपा पसमांदा मुसलमानों के सहारे रामपुर में कामयाबी का झंडा गाड़ेगी। रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खां का तिलिस्म तोड़ने की हर संभव कोशिश कर रही भाजपा ने पिछली 12 नवंबर को अल्पसंख्यक पसमांदा सम्मेलन आयोजित किया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद मुख्तार अब्बास नकवी पसमांदा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में  खिचड़ी पंचायत कर माहौल बनाया। 

'नवाबों का डर दिखाकर पसमांदा मुसलमानों को आजम ने बनाया अपना वोट बैंक'
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन बताते हैं कि आजम खां ने पसमांदा मुसलमानों को नवाबों का डर दिखाते हुए उन्हें अपना वोट बैंक बनाया। लेकिन जब सत्ता में आए तो उनके प्रति खुद ही नवाबों जैसा रवैया अख्तियार किया। मुस्लिम यादव समीकरण साध कर प्रदेश में चार बार सत्ता में रह चुकी सपा का सबसे ताकतवर मुस्लिम नेता होने के बावजूद आजम खां ने पसमांदा मुसलमानों के भले के लिए कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि सपा ने मुसलमानों की कुल आबादी में 85 प्रतिशत भागीदारी होने के बावजूद पसमांदा मुसलमानों को कभी महत्वपूर्ण पदों पर नहीं बैठाया गया। खुद के चुनाव पर रोक लगने के बाद आजम खां ने छह महीने पहले रामपुर लोकसभा उप चुनाव भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी के हाथों हार चुके आसिम राजा को रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भी उम्मीदवार बनाया है। आजम खां के इस कदम से भी लोगों नाराजगी है।

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