वाराणसी: गंगा में नौका संचालन ठप कर 84 घाटों के मांझी महापंचायत में हुए शामिल

वाराणसी: गंगा में नौका संचालन ठप कर 84 घाटों के मांझी महापंचायत में हुए शामिल

वाराणसी। गंगा में नौका संचालन के लिए सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन कराने के विरोध में गुरुवार को नाविक समाज ने नौका संचालन ठप कर दशाश्वमेध घाट पर महापंचायत किया। मां गंगा निषादराज सेवा न्यास के बैनर तले जुटे नाविकों ने कहा कि आज के इस बंदी का उद्देश्य यात्रियों और गंगा घाट पर आए सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। 

सभी नाविक एक दूसरे से वार्तालाप कर यह सुनिश्चित करेंगे कि बीते दिनों जो शीतलाघाट के सामनेे हादसा हुआ था, वैसा फिर कभी न हो और नाव पर यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो। जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार अपनी-अपनी नाव को ऐसे संचालित करना है जिससे कि आगे कोई इस प्रकार की घटना न हो।

 इस पर कैसे नियंत्रण रखा जाए, इसको लेकर दिशा निर्देश दिए जाएंगे। महापंचायत में शामिल प्रमोद मांझी ने बताया कि सभी 84 घाटों के मांझी नौका संचालन ठप कर बैठक में शामिल हैं। वहीं, वाराणसी कमिश्नरेट ने पहले से ही धारा-144 लागू कर रखी है। कोई भी सामूहिक बैठक करने से पहले नियमानुसार उसकी अनुमति लेना अनिवार्य है। अन्यथा की स्थिति में धारा-144 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह आंध्र प्रदेश के श्रद्धालुओं से भरी नाव शीतला घाट के सामने गंगा में पलट गई थी। नाव ओवरलोड थी और उसका एक पटरा फट जाने के कारण उसमें पानी भर गया था। हादसे के बाद जल पुलिस और स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा मानकों को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी। पुलिस की सख्ती को लेकर नाविक समाज के लोग नाराज हैं। इसी वजह से नौका संचालन ठप कर उन्होंने महापंचायत बुलाई।

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