मेरठ: जेल से पैरोल पर छूटे 10 बंदियों का नहीं कोई सुराग, अवधि हुई पूरी, अब चलेगा सर्च अभियान
मेरठ, अमृत विचार। हत्या के मामले में जेल से पैरोल पर छूटकर आए सैनी गांव निवासी मुजम्मिल को पुलिस ने दो साल बाद पकड़ा था। परंतु, मुजम्मिल के अलावा 10 बंदी ओर भी है, जो अवधि खत्म होने के बाद भी जेल नहीं लौटे। अब इनकी तलाश को जेल पुलिस जल्द एसएसपी से मिलकर सर्च अभियान चलायेगी।
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पैरोल पर छूटे थे 42 बंदी
चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में 1708 बंदियों को रखने की क्षमता है। लेकिन, वर्तमान में कारागार में तीन हजार से अधिक बंदी बंद है। कोरोनाकाल के दौरान यह आकंडा 25 सौ के पार था। शासन की गाइड लाइन के निर्देश का पालन करते हुए उस दौरान 42 बंदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था।
शुरू में आठ हफ्ते की अवधि निर्धारित की गई, जिसे बाद में बढ़ा दिया गया था। मार्च 2021 में 42 बंदियों में से 14 बंदियों की जमानत हो गई और 18 बंदियों की पैरोल खत्म होने पर वह जेल लौट आए। परंतु, 10 बंदी अभी भी ऐसे है, जो पैरोल की अवधि खत्म होने के बाद भी जेल नहीं लौटे।
एक ही परिवार के चार बंदी
पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद 10 बंदी अभी तक जेल नहीं पहुंचे है और उनका कोई सुराग नहीं है। इनमें सरधना के भटियारी सराय निवासी एक ही परिवार के चार लोग नूर मोहम्मद, नौशाद, अशरफ, एहसान है। इन सभी को पांच वर्ष की सजा हुई थी। इनके अलावा टीपीनगर निवासी गौरव, आशीष उर्फ मिंटू, सरधना निवासी शहीद, फलावदा निवासी बबलू, परीक्षितगढ़ निवासी बुध सिंह, फलावदा निवासी अर्जुन शामिल है।
क्या बोले जेल अधीक्षक?
पैरोल की अवधि खत्म होने के बाद भी 10 बंदी अभी तक जेल नहीं लौटे है। इन सभी की तलाश को लेकर जल्द एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिलकर सर्च अभियान चलाया जायेगाग। इसको लेकर पूरी योजना तैयार कर ली गई है।
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