हमीरपुर में गर्भवती को लेकर आ रही 102 एंबुलेंस चंद्रावल नदी में फंसी
दूसरी एंबुलेंस से पहुंचाया गया जिला अस्पताल पहुंचाया
अमृत विचार, मौदहा/हमीरपुर। विकासखंड सिसोलर के कई गांवों में आवागमन के लिए सड़कें व पुल नहीं हैं। ऐसी स्थित में लोगों को यात्रा करने में भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। शनिवार रात किसवाही गांव से गर्भवती को डिलीवरी के लिए ला रही 102 एंबुलेंस चंद्रावल नदी पार करते जलधारा में फंस गई। इससे परिजनों में अफरा तफरी मच गई। फिलहाल दूसरी एंबुलेंस को बुलाकर गर्भवती को प्रसव के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
चंद्रावल नदी किनारे बसे किसवाही, परेहटा, गढ़ा, बजेमऊ जैसे कई गांव बसे हैं। इन गांवों के लोगों को आने जाने के लिए चंद्रावल नदी पर पुल नहीं है। इस कारण ग्रामीणों को नदी की जलधारा से होकर गुजरना पड़ता है। बरसात के मौसम में तो आवागमन ही बंद हो जाता है। जिससे इन गांवों के लोगों को आवागमन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शनिवार रात किसवाही निवासी टिहर कुशवाहा की पत्नी दुर्गेश की डिलीवरी को लेकर आशा कार्यकर्ता लीला पाल के फोन पर 102 नंबर एंबुलेंस आई। एंबुलेंस में प्रसव से कराह रही दुर्गेश कुशवाहा को डिलीवरी के लिए किसवाही से रात करीब आठ बजे अत्यधिक कोहरा के एंबुलेंस लेकर चंद्रावल नदी से गुजर रही थी। तभी नदी से गुजरते समय अत्यधिक पानी होने के कारण एंबुलेंस फंस गई। इससे परिजनों की सांसे थम गईं। तभी आशा कार्यकर्ता लीला पाल ने फोन कर दूसरी एंबुलेसं बुलाई। यह एंबुलेंस नदी के किनारे खड़ी की गई और प्रसूता को लोग लादकर दूसरी गाड़ी के जरिए जिला अस्पताल लाए। जहां उसकी स्थिति सामान्य है।
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