जिस राष्ट्र में नारी का सम्मान, उस देश का गौरव नहीं होता कम :आचार्य

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Published By Jagat Mishra
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आर्य समाज के तीन दिवसीय प्रवचन का पूर्णाहुति के साथ समापन

अमृत विचार, नानपारा/ बहराइच। आर्य समाज नानपारा के तत्वाधान में चल रही तीन दिवसीय यजुर्वेद पारायण महायज्ञ एवं प्रवचन तथा संगीतमय वेद कथा के अंतिम दिन यज्ञ की पूर्णाहुति एवं भंडारे के साथ समापन हुआ। 

प्रवचन में आगरा से आए वैदिक प्रवक्ता आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ने यजुर्वेद पारायण महायज्ञ कथा के अंतिम दिन आर्य समाज तथा वेदों के बारे में राष्ट्रहित में किए जा रहे आर्य समाज के कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने महिलाओं के सम्मान और उत्थान के लिए कार्य किया। कहा कि जिस राष्ट्र में नारी का सम्मान है, उस  राष्ट्र का गौरव कभी कम नहीं हो सकता। आज घरेलू हिंसा से महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा है। लोग महिलाओं का सम्मान करना भूल गए हैं और महिलाओं के साथ दुराचार अत्याचार  कर रहे हैं। उन्होंने नारी की महिमा का बखान करते हुए कहा कि जो मां अपने कोख में नौ माह तक बच्चे को रखकर असहनीय कष्ट सहने के बाद जन्म देती आज उसी मां के साथ दुराचार और अत्याचार होता है। ऐसे में समाज किस ओर जा रहा है, यह सोचने का विषय है। उन्होंने बताया कि आदि काल में बच्चे गुरुकुल में पढ़कर संस्कारी बनते थे, लेकिन आज नई शिक्षा पद्धति ने शिक्षा का स्तर गिरा दिया है। आज शिक्षा का मतलब सिर्फ साक्षरता है। सारी ने बच्चों को संस्कारी बनाने के लिए उन्हें प्रारंभिक शिक्षा घर से फिर गुरु से मिलती है। भजन उपदेशक भानु प्रकाश शास्त्री ने भजनों के माध्यम से राष्ट्र का चिंतन करते हुए अपने भजनों से सभी को भावविभोर किया। 

कार्यक्रम के मुख्य आयोजक प्रकाश वीर गुप्ता अभय मदेशिया, रितेश कुमार गुप्ता, कल्पना आर्य , दुर्गेश नंदिनी प्रमुख रूप से रहे। कार्यक्रम समापन के दौरान नानपारा विधायक रामनिवास वर्मा, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि शिवपुर सुधीर यज्ञ सैनी, रामेंद्र देव सिंह, रामस्वरूप अग्रवाल, सौरभ वर्मा, ओम प्रकाश गुप्ता ,राजेश भीमराजका ,उमेश चंद शाह, डॉ.चंद्रभान, डॉ. बी.के गौड आदि लोग मौजूद रहे।

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