बुलंदशहर: लापरवाही बरतने में शिकारपुर एसएसआई निलंबित, जानें क्या है मामला 

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Published By Jagat Mishra
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बुलंदशहर, अमृत विचार। विवेचना में लापरवाही बरतना एसएसपी शिकारपुर कोतवाली को भारी पड़ गया। जनवरी 2020 में शराब माफिया के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले में जांच में खुलासा होने पर जांच रिपोर्ट निरीक्षक ने एसएसपी को सौंपी। जिस पर एसएसपी ने एसएसआई को निलंबित कर दिया है।

बताते चलें 17 जनवरी 2020 को तत्कालीन स्वाट टीम प्रभारी सुधीर कुमार त्यागी ने कोतवाली क्षेत्र में खुर्जा रोड पर आंचरू कला स्थित काली नदी के पुल से आयशर कैंटर में भरी 282 पेटी अवैध देशी शराब पकड़ी थी। पुलिस ने मौके से गाड़ी चालक तहसीम पठान को गिरफ्तार किया था। तत्कालीन स्वाट टीम प्रभारी की ओर से तहसीम पठान, साहिल, अजीत व सुमित के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 60/72, आईपीसी की धारा 420, 467, 468 व 471 और कॉपीराइट एक्ट की धारा 3 के तहत शिकारपुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

विवेचना के दौरान शराब माफिया अमित प्रताप निवासी रामपुर घोघर थाना ठाकुरद्वारा मुरादाबाद का नाम प्रकाश में आया था। दो आरोपियों अजीत व सुमित ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली थी। जबकि, अमित प्रताप फरार चल रहा था। लगभग एक वर्ष से विवेचना कोतवाली में तैनात एसएसआई सतपाल सिंह के पास थी। लेकिन, अमित प्रताप की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। जिससे एसएसपी नाराज चल रहे थे। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर लगभग 10 दिन पूर्व विवेचना कोतवाली निरीक्षक ने स्वयं ले ली थी। कोतवाली निरीक्षक ने अहमदगढ़ पुलिस के सहयोग से 2 दिन पूर्व अमित प्रताप को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। एसएसपी ने पूर्व विवेचक की लापरवाही मानते हुए एसएसआई सतपाल सिंह को निलंबित कर दिया। 

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