Kanpur News : साहब बेटा बेकसूर है, गुनाह किया हो तो फांसी दे दो...
डीसीपी ने एसीपी नौबस्ता को सौंपी मामले की जांच
कानपुर, अमृत विचार। बुधवार को डीसीपी दक्षिण प्रमोद कुमार के ऑफिस एक महिला पहुंची। जिसने कहा कि साहब मेरा बेटा अनस बेकसूर है। उसने कुछ भी नहीं किया है। उसे फंसाया जा रहा है। लड़की ने उसे खुद बुलाया था और फिर इल्जाम लगा दिया। अगर उसने गुनाह किया हो तो उसे फांसी दे दीजिएगा। बेटे की बेगुनाही का सबूत अधिकारी के सामने पेश कर रहीं थी। यह महिला दस दिन पहले युवती से छेड़छाड़ के मामले में जेल भेजे गए अनस की मां शबाना परवीन थी। डीसीपी ने मामले की जांच एसीपी नौबस्ता को सौंप दी।
मीरपुर निवासी मोहम्मद अनस के खिलाफ वहीं की एक युवती ने नौबस्ता में बीती 6 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया था। युवती का आरोप था कि वह अपने कॉलेज में थी और 2 जनवरी को मोहम्मद अनस वहां अपने साथियों के साथ पहुंचा और उसने युवती के साथ अश्लील हरकत की। 6 जनवरी को नौबस्ता पुलिस ने मामले में छेड़खानी, जान से मारने की धमकी देने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की और 8 जनवरी को अनस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इसी दौरान अनस के परिवार वालों ने पुलिस के सामने कुछ ऐसे सबूत रखे जिससे एक बार को पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए। बुधवार को अनस की मां शबाना परवीन अपने बड़े बेटे डॉ. मोहम्मद बिलाल के साथ डीसीपी दक्षिण प्रमोद कुमार के पास पहुंची। अनस की मां ने अधिकारी अनस के मोबाइल के कुछ मैसेज की फोटो सौंपी। जिसमें युवती के नम्बर से किए गए मैसेज थे। उन मैसेज में युवती ने खुद उसे सुलाह करने के लिए बुलावा भेजा था।
मां शबाना ने बताया कि लड़की ने खुद अनस को कॉलेज बुलाया था। जब वह वहां पहुंचा तो कोई बात नहीं हुई और वह वहां से चुपचाप निकल गया। इसपर डीसीपी ने मां से पूछा कि विवाद किस बात का है। शबाना ने जानकारी दी कि इलाके में युवती का परिवार उनके परिवार से जलता है, और सालों से परेशान करता चला आ रहा है। युवती के परिवार के लोग उनके घर के बाहर बाथरूम कर जाते थे। इसका उन्होंने विरोध किया था। इसी बात को लेकर परिवार उनसे बैर मानता है। इस बात के प्रमाण के तौर पर मां ने सीसी टीवी की फुटेज भी डीसीपी को सौंप दी है।
नहीं कर सकती ब्रेकअप
अनस के पास से एक पर्ची भी बरामद हुई जिसमें एक युवती ने लिखा है कि मैं कभी तुमसे ब्रेकअप नहीं कर सकती। बहुत प्यार करती हूं तुमसे हद से ज्यादा। आई रियली लव यू और हां थैंक्स फॉर गिविंग मी ए चॉकलेट। तुम बहुत अच्छे हों मैं तुम्हारी वजह से नहीं रो रही। इट्स ओके।
मुख्यमंत्री और डीआईजी को दिया प्रार्थना पत्र
आरोप है कि युवती का परिवार उनके परिवार पर इलाके को छोड़ देने का दबाव बना रहा था। इसे देखते हुए 15 अक्टूबर 2020 को अनस ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र आईजीआरएस और एक पत्र डीआईजी को दिया था। जिसमें उसने साफ बताया था कि कैसे युवती के परिवार वाले उसपर धार्मिक फब्तियां कसते हैं और मोहल्ला छोड़कर चले जाने का दबाव बना रहे हैं।
आरोपी की मां और भाई ने इस मामले में कुछ नए सबूत दिए हैं। जांच एसीपी नौबस्ता को सौंपी गई है.. प्रमोद कुमार, डीसीपी दक्षिण
