Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान के ल‍िए उमड़े श्रद्धालु, लगाई पुण्‍य की डुबकी

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Published By Deepak Mishra
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प्रयागराज। Magh Mela -2023 के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर सुबह 5.8 बजे अमावस्या तिथि लगते ही पावन त्रिवेणी के साथ-साथ 18 स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगानी शुरू कर दी है। करीब सात डिग्री सेल्यिसय तापमान में धरती पर उतरे 33 कोटि देवताओं को साक्षी मान इहलोक, परलोक तारने के लिए मनौती मांगी जा रही है। इस दौरान यूपी सरकार की तरफ से श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई गई।

DM संजय खत्री ने बताया, श्रद्धालु बहुत उत्साह से डूबकी लगाने आए हैं। 22 लाख श्रद्धालुओं ने अब तक स्नान किया है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर पर्याप्त बस और ट्रेन की व्यवस्था की गई है।

रात में दो बार गरज गरज के साथ हुई बरसात ने कुछ देर दिक्कत बढ़ा दी थी लेकिन आस्था प्रतिकूल मौसम पर भारी दिखी। स्नान उपरांत घाटों पर यथा सामर्थ्य दान, गो-दान किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित कराया जा रहा है। भजन, भक्ति गीतों से उल्लास की लहर है। बता दें कि  चाय-नाश्ते की व्यवस्था भी विभिन्न संतों की तरफ से अपने शिविरों में कराई गई है।

इस बार ग्रह नक्षत्रों का विशेष संयोग बना है। रात 2.59 बजे तक मकर राशि में सूर्य, शुक्र व शनि के संचरण से त्रि-ग्रहीय योग रहेगा। चंद्रमा व बुध धनु राशि में रहेंगे। पद्य पुराण में माघ मास की अमावस्या तिथि सबसे श्रेष्ठ बताई गई है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु हाथ में तिल, अक्षत इत्यादि के साथ आधी डुबकी लगा रहे हैं।‌

इन पंक्तियों के लिखे जाने तक करीब 10 लाख श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाकर दान इत्यादि कर चुके हैं। स्नान उपरांत घाटों पर यथा सामर्थ्य दान, गो-दान किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित कराया जा रहा है। भजन, भक्ति गीतों से उल्लास की लहर है।

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