Wrestlers Protest: बृजभूषण सिंह की बढ़ीं मुश्किलें! असिस्टेंट सेक्रेटरी सस्पेंड के बाद कुश्ती संघ के कामकाज पर भी रोक
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के ऊपर लगे आरोपों की जांच के लिये निगरानी समिति का गठन होने तक महासंघ के कामकाज को निलंबित कर दिया गया है। मंत्रालय ने शनिवार देर रात जारी विज्ञप्ति में इसकी जानकारी देते हुए कहा, "खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ को सूचित किया है कि महासंघ के खिलाफ एथलीटों द्वारा लगाये गये विभिन्न आरोपों की जांच के लिये एक निगरानी समिति नियुक्त करने के सरकार के फैसले के मद्देनजर डब्ल्यूएफआई सभी चल रही गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दे।"
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि निगरानी समिति के गठित होने और डब्ल्यूएफआई की बागडोर संभालने तक महासंघ के कामकाज निलंबित रहेंगे। खेल मंत्रालय ने सभी गतिविधियों को तत्काल निलंबित करने के निर्देश के मद्देनजर डब्ल्यूएफआई को उत्तर प्रदेश के गोंडा में चल रहे रैंकिंग टूर्नामेंट को भी रद्द करने को कहा है।
मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ को निर्देश दिया है कि वह प्रतिभागियों से लिया गया प्रवेश शुल्क उनको वापस करे। उल्लेखनीय है कि विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित कई सम्मानित पहलवान कुश्ती महासंघ के खिलाफ बुधवार से शुक्रवार देर रात तक प्रदर्शन पर बैठे थे।
पहलवानों ने महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाये थे, जिसके बाद खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच के लिये निगरानी समिति के गठन का फैसला लिया। मंत्रालय ने कहा कि यह समिति चार सप्ताह के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट दर्ज करेगी और इस दौरान बृज भूषण महासंघ के अध्यक्ष का पद छोड़ेंगे और जांच में सहयोग करेंगे।
इसी बीच, खेल मंत्रालय ने "डब्ल्यूएफआई का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए" महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक अन्य बयान में कहा कि तोमर का महासंघ में रहना इस "उच्च प्राथमिकता वाली विधा" के विकास के लिये हानिकारक है।
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