मुरादाबाद : ब्लैक स्पॉट में नहीं हुआ सुधार, हादसों में जा रही लोगों की जान
लापरवाही ...लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई के अधिकारियों ने हादसों की रोकथाम को नहीं की स्थायी व्यवस्था
रामपुर रोड पर लगा दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र का बोर्ड
मुरादाबाद, अमृत विचार। जनपद में 17 ब्लैक स्पॉट में हादसों की रोकथाम को कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। नतीजतन यहां हो रहे हादसों में लोगों की जान जा रही है। लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की और ब्लैक स्पाॅट पर हादसों की रोकथाम को स्थायी व्यवस्था नहीं की गई। दो माह बाद भी एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा ब्लैक स्पॉट पर मरम्मत की बात कही जा रही है।
यातायात पुलिस और प्रशासन के द्वारा 17 स्थानों को चिन्हित कर ब्लॉक स्पॉट घोषित किया गया है। इनमें 09 ब्लैक स्पॉट भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा सुरक्षा के दृष्टि से निर्माण कार्य कराया जाना था। दो लोक निर्माण विभाग और छह लोक निर्माण विभाग की सीडी वन शाखा के अधिशासी अभियंता की देखरेख में कार्य कराया जाना था। दोनों विभागों की ओर से कुछ अस्थाई व्यवस्था कराने के बाद किसी विभाग द्वारा किसी भी स्पॉट पर हादसों से निपटने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित सिंह ने बताया कि अभी कुछ स्पॉट पर अस्थाई व्यवस्था तो कर दी गई है। कुछ पर काम किया जाना बाकी है। ऐसे में पीडब्ल्यूडी के हिस्से में आने वाला एक ब्लैक स्पॉट थाना कटघर क्षेत्र के रामगंगा नदी का पुल लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। एक माह पहले घर के वैवाहिक कार्यक्रम के लिए कुछ सामान लेने मुरादाबाद आ रहे युवक की सामने से आ रही स्कूटी से भिड़ंत के बाद मौत हो गई थी। जबकि एक सप्ताह पहले ट्रैक्टर-ट्राली और डीसीएम की भिड़ंत हो गई। जिसमें की सूचना मौके पर पहुंची पीआरवी पुलिस की गाड़ी में पीछे से आ रही निजी वाहन टक्कर मार दी थी। एक ही स्थान तीनों हादसों में तीन पुलिसकर्मियों के साथ बीस लोग घायल हुए थे।
ब्लैक स्पॉट पर हादसों को रोकने के अस्थाई व्यवस्था करा दी गई। कुछ पर स्थायी व्यवस्था कराई जानी है। उसके बाद हादसे पर अंकुश लगाया जा सकता है। जिसमें रामगंगा पुल प्राथमिकता पर है। यहां जल्द ही कार्य कराया जाएगा। -सुनील सागर, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग
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