नीतीश के समय था रेलवे का 'पैसेंजर ट्रेन काल', अब विकास बुलेट गति से : सुशील मोदी

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Published By Vishal Singh
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पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि नीतीश कुमार जब रेल मंत्री थे तब वह रेलवे का 'पैसेंजर ट्रेन काल' था लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौर 'बुलेट ट्रेन युग' है जिसमें विकास की गति बहुत तेज है। सुशील मोदी ने रविवार को यहां बयान जारी कर कहा कि रेल मंत्री के रूप में नीतीश कुमार का कार्यकाल रेलवे का पैसेंजर ट्रेन काल था, उस समय रेलवे के विकास की गति धीमी थी जबकि नरेंद्र मोदी ने रेलवे के बुलेट ट्रेन युग की पटरियां बिछा दी हैं। 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बतायें कि उनके समय रेल बजट कितना था और वे कौन-कौन सी योजना पूरी करा पाये। भाजपा सांसद ने कहा कि अगस्त 2026 में भारत की पहली बुलेट ट्रेन चलेगी। इसके लिए बजट में 19,600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 के बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ दिये गए हैं। यह राशि 2013-14 के अलग रेल बजट की राशि से नौ गुना अधिक है। 

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अलग रेल बजट की प्रथा समाप्त करने से रेलवे के संसाधनों में भारी वृद्धि हुई, जबकि नीतीश कुमार केवल विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि बजट में 8000 करोड़ रुपये केवल बिहार में रेलवे विकास के लिए रखे गए हैं। देश के 1275 रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने और यात्री सुविधाओं के विकास पर 13,350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 

भाजपा सांसद ने कहा कि अब हर महीने दो वंदे भारत ट्रेन शुरू की जाएगी। अगले वर्ष 2024 में रेलवे हर सप्ताह 2-3 रूट पर वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की स्थिति में होगा । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे जिस बुलेट गति से विकास कर रहा है, वह किसी भी पूर्व रेल मंत्री को अवसादग्रस्त कर सकता है। 

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