26 हजार करोड़ से Unnao में उद्योगों का होगा विस्तार, Global Investors Summit में निवेश कराए जाने का दावा
उन्नाव में 26 हजार करोड़ से होगा उद्योगों का विस्तार।
उन्नाव में 26 हजार करोड़ से उद्योगों का विस्तार होगा। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में निवेश कराए जाने का दावा।
उन्नाव, अमृत विचार। लंबे समय बाद सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार सूबे में सरकार बनाने में सफल हुए हैं। इसीलिए जनविश्वास पर खरे उतरते हुए उन्होंने 24 करोड़ आबादी वाले प्रदेश में हो रही इंवेस्टर समिट लक्ष्य से दोगुना निवेश कराने में सफलता मिल रही है। दो महानगरों के बीच स्थित प्रदेश के इस जिले में औद्योगिक विकास की सबसे अधिक संभावना है।
क्योंकि यहां से दो एयरपोर्ट करीब हैं और लखनऊ-आगरा होकर दिल्ली से जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे सहित जल्द ही गंगा एक्सप्रेस-वे भी संचालित हो जाएगा। साथ ही पर्याप्त मात्रा में भूमि की उपलब्धता औद्योगिक विकास में सहयोगी साबित होगा। इसलिए अधिकारियों को अब तक इंवेस्टर समिट के तहत निवेश कर चुके 83 निवेशकों की संख्या में और अधिक वृद्धि की जानी चाहिए।
यह बात अरोड़ा रिसॉर्ट में आयोजित इंवेस्टर समिट में शामिल होने आए खादी एवं ग्रामोद्योग, रेश्म उत्पादन, कपड़ा उत्पादन मंत्री राकेश सचान ने कही। कहा चर्म उत्पादों के माध्यम से देश के निर्यात में 3000 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी वाले इस जिले में औद्योगिक विकास की अहम जरूरत आवागमन साधनों की पर्याप्त उपलब्धतता है। देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाने वाले अमौसी व चकेरी एयरपोर्ट और एक्सप्रेस-वे जैसे बेहतर मार्ग भी उपलब्ध है।
उद्योगों की स्थापना को अन्य जिलों व प्रदेशों की तुलना सस्ती भूमि भी यहां उपलब्ध है। इसीलिए यहां औद्योगिक विकास की अपार संभावनाओं के मद्देनजर अधिकारियों को इंवेस्टर समिट में एमओयू हस्ताक्षर कर चुके उद्यमियों की 83 पहुंच चुकी संख्या को और अधिक बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने सरकार की ओर से औद्योगिक विकास बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि भूगर्भ जल प्रदूषण की समस्या कम करने के लिए उद्यमी उद्योग के रूप में सीईटीपी स्थापित कर मुनाफा कमा सकते हैं। इसी तरह टेक्सटाइल सहित अन्य औद्योगिक पार्क विकसित करने वालों को भी रियायतें दी जा रही हैं।
इंवेस्टर समिट में इकाई लगाने वालों को 1000 दिन में तमाम एनओसी प्राप्त करने के लिए औपचारिकताएं पूरी कराने का समय दिया जा रहा है। इस अवधि में निरीक्षण करने पहुंचने वाले किसी भी अधिकारी को प्राप्त होने वाला प्रमाण-पत्र दिखाकर वापस किया जा सकता है।
इसी तरह औद्योगिक विकास व निर्यात प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल नंदी व जिले के प्रभारी परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने भी सरकार की ओर से औद्योगिक विकास बढ़ाने के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रोजगार मांगने वालों को रोजगार देने वाला बनाने के लिए न सिर्फ योजनाओं का क्रियान्वयन कराया जा रहा है, बल्कि सुविधाएं व सहुलियत भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। इंवेस्टर समिट के माध्यम से स्थापित होने वाले उद्योग बेरोजगारी की समस्या कम करते हुए प्रदेश में आर्थिक खुशहाली लाएंगे।
इससे पहले डीएम अपूर्वा दुबे, सीडीओ ऋषिराज, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना, जीएम डीआईसी करुणा राय व आईआईए के वरिष्ठ अध्यक्ष जीएन मिश्र आदि ने अतिथियों को बुके भेंट की। साथ ही नियमावली के रूप में तैयार कराई गई औद्योगिक विकास पुस्तिका का विमोचन हुआ। उधर, कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन करने के बाद बच्चों से मंचासीन अतिथियों को पुष्प् दिलाकर की गई।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य शकुन सिंह, सदर विधायक पंकज गुप्ता, पुरवा विधायक अनिल सिंह, सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर, हसनगंज विधायक ब्रजेश रावत, बांगरमऊ विधायक श्रीकांत कटियार, भाजपा नेता सशांक शेखर सिंह, सरोज सिंह चौहान, अनुराग अवस्थी, संदीप पांडेय, दिनेश गुप्ता, संजय शुक्ला, उद्यमी सुरेश मिश्रा, राजीव सिंह,
डीएम ने किया 26,000 करोड़ निवेश दावा
डीएम अपूर्वा दुबे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर समिट-2023 में जिले से 26,000 करोड़ रुपए निवेश कराए जाने का दावा किया। उन्होंने बताया कि अब तक 83 निवेशकों ने 16,000 करोड़ रुपए का निवेश के एमयूओ हस्ताक्षतिर किए हैं। बाकी बचे दिनों में 12 फरवरी तक इसे लगातार बढ़ाने के हरसंभव प्रयास करते हुए यह जिला अतिथियों की अपेक्षा पूरी करेगा।
अतिथियों ने की प्रदर्शनी में सजे उत्पादों की सराहना
इंवेस्टर समिट के अतिथियों को अफसरों ने कार्यक्रम स्थल पर लगवाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी कराया। इसमें जहां एक इकाई में तैयार लेदर सहित अन्य चर्म उत्पाद दिखाए गए। वहीं गोबर आधारित औद्योगिक उत्पादों का प्रदर्शन भी कराया गया। इसके अलावा खाद्य एवं प्रसंस्करण विभाग की ओर से तैयार कराई जा रही विभिन्न उन्नतिशील प्रजातियों के उत्पाद भी अतिथियों ने देखते हुए सराहे। इसी तरह स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों में जरी-जरदोजी सहित अन्य उत्पादों को देखते हुए मंत्रियों ने स्टाल में उपलब्ध महिला उद्यमियों से बातचीत कर जानकारियां लीं। आईआईए के स्टाल में वरिष्ठ अध्यक्ष जीएन मिश्र सहित अन्य पदाधिकारियों व उद्यमियों ने अतिथि मंत्रियों का स्वागत किया।
अतिथियों ने हवा में उड़ाए गब्बारे, लगवाया बैच
सभागार में प्रवेश करने से पहले अतिथियों सहित अधिकारियों के बैच लगाए गए। इससे पहले सभागार के द्वार पर पहुंचते ही सभी मंत्रियों सहित जिले के आला अधिकारियों में शामिल डीएम अपूर्वा दुबे, सीडीओ ऋषिराज व पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीना ने हवा में रंग-बिरंगे गब्बारे उड़ाए। वहीं डीडीओ संजय पांडेय, जीएम डीआईसी करुणा राय, खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी अखिलेश कुमार अग्निहोत्री, डीसी मनरेगा राजेश कुमार झा, डीएचओ जयराम, डीएओ कुलदीप कुमार मिश्र, सीवीओ अनिल दत्तात्रेय पांडेय आदि ने करतल ध्वनि की।
जंक्शन निर्माण कराने को दिया पत्र
उद्योग व्यापार एसोसिएशन ने औद्योगिक विकास व सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम और निर्यात प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल नंदी को पत्र देकर गंगा एक्सप्रेस-व लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे के प्रस्तावित जंक्शन को औद्योगिक विकास के लिए जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने जंक्शन निर्माण की जानकारी दी थी। इससे क्षेत्र के एक लाख से अधिक बाशिंदों में विकास की आस बंधी थी और करीब आधा दर्जन उद्यमी व कारोबारी इंवेस्टर समिट में एमयूओ हस्ताक्षरित कर चुके हैं। इधर करा रही निर्माण कंपनी की ओर से अब जंक्शन का निर्माण निरस्त होने की जानकारी दी जा रही है, जबकि कानपुर, लखनऊ व प्रयागराज सहित अन्य जिलों और शहरों से विकास में पिछड़े इस क्षेत्र को आवागमन सुविधा मुहैया कराया जाना आवश्यक है। पत्र में जरनैल सिंह, सुरेंद्र पाटेकर, अवनिश कटियार, विष्णु पांडेय, रज्जनलाल, संदीप पांडेय, धर्मवीर सिंह, जगजीत सिंह, सुनील कुमार शुक्ल व सौरभ गुप्ता आदि ने हस्ताक्षर किए हैं।
