बरेली: अब चीनी-शीरा बेच चीनी मिलें चुकाएंगी गन्ने का बकाया भुगतान
बरेली, अमृत विचार। कोरोना काल में किसानों को बड़ी राहत दी गई है। चीनी मिलें चीनी, शीरा, बगास, प्रेसमड की बिक्री से उपलब्ध होने वाली धनराशि का 85 प्रतिशत अंश से किसानों को गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान करेंगी। प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने इसको लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। गन्ना …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना काल में किसानों को बड़ी राहत दी गई है। चीनी मिलें चीनी, शीरा, बगास, प्रेसमड की बिक्री से उपलब्ध होने वाली धनराशि का 85 प्रतिशत अंश से किसानों को गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान करेंगी। प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने इसको लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं।
गन्ना पेराई सत्र 2019-20 में जनपद की पांचों चीनी मिलें 415 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर करीब तीन माह पूर्व ही बंद हो चुकी है। इधर इन सभी मिलों पर अभी भी किसानों को करीब 300 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है। किसानों के बकाया भुगतान को लेकर अफसर लगातार दबाव बना रहे हैं, इसके बावजूद कुछ चीनी मिलें भुगतान को लेकर फिसड्डी साबित हो रही हैं।
इधर मामला संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों को त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान कराने को शीर्ष प्राथमिकता में शुमार करते हुए जल्द भुगतान कराने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने त्वरित बकाया भुगतान को लेकर दिशा निर्देश जारी किए है। जारी निर्देशों के मुताबिक चीनी मिलों को उत्पादित चीनी, शीरा, बैगास, प्रेसमड की बिक्री से उपलब्ध होने वाली धनराशि का 85 प्रतिशत अंश गन्ना मून्य भुगतान के लिए नियत किया गया है। सी ग्रेड शीरे से उत्पादित एथनॉल के मूल्य का 30 प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान के लिए नियत किया गया है।
वहीं जो चीनी मिलें शीरे अथवा सीधे गन्ने के रस से एथनॉल बना रही हैं, इन चीनी मिलों में उत्पादित होने वाले एथनॉल के मूल्य का 55 प्रतिशत एवं सीधे गन्ने के रस से उत्पादित होने वाले एथनॉल के मूल्य का 80 प्रतिशत अंश गन्ना मूल्य भुगतान को कहा गया है। जारी आदेश में प्रदेश के सभी चीनी मिलों में गन्ना मूल्य भुगतान के लिए एस्क्रो अकाउंट खुलवाने की बात कही गई है। जिसका संचालन चीनी मिल अध्यासी और जिला गन्ना अधिकारी द्वारासंयुक्त रूप से किया जा रहा है। जिन चीनी मिलों के पास कैश क्रेडिट लिमिट नहीं है, उनमें उत्पादित चीनी, शीरा, बैगास का समस्त स्टाक जिला गन्ना अधिकारी एवं चीनी मिल की संयुक्त अभिरक्षा में रखकर विक्रय करने से प्राप्त धनराशि को नियत प्रतिशत में एस्क्रो अकाउंट में गन्ना मूल्य भुगतान के लिए जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
“गन्ना मूल्य भुगतान के लेकर शासनादेश जारी किया गया है। जिसमें गन्ना आयुक्त ने विक्रय मूल्य से नियत प्रतिशत में भुगतान के दिए आदेश दिए हैं। इसके अनुपालन को चीनी मिलों को निर्देशित कर दिया गया है। बकाया भुगतान को लेकर भी चीनी मिलों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।” -पीएन सिंह, जिला गन्ना अधिकारी
