UP Board Exam: कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा केंद्रों पर पर पहुंचे प्रश्न पत्र
अमृत विचार, हरदोई। दशकों से नकल माफिया के रूप में विख्यात रहे जिले में अब जिला प्रशासन यूपी बोर्ड की परीक्षा को लेकर फूंक फूंककर कदम रख रहा हैं। सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जीपीएस युक्त वाहनों से भारी पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में प्रश्न पत्र को परीक्षा केंद्रों पर भेजा गया। परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए प्रशासन तमाम प्रयास कर रहा है।
जिला विद्यालय निरीक्षक बीके दुबे ने सोमवार को जीआईसी में बनाए गए कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्रों का हाल जाना, उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर भेजे जा रहे प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को परखा। जिला विद्यालय निरीक्षक दुबे ने बताया कि शासन की मंशानुरूप जिले में नकलविहीन परीक्षा कराने की सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
बताते चलें कि जिले में दशकों से बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं का बोलबाला रहा है। जिले में नकल का यह आलम रहा कि दूसरे जनपदों के ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों के लोग भी यहां हाईस्कूल इंटर पास होने के लिए परीक्षा देने आते थे। जिला नकल माफियाओं व नकलचियों का गढ़ माना जाता रहा है। पूर्व में नकल माफिया जनपद से लेकर बोर्ड कार्यालय तक सक्रिय रहते थे।
इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार नकल विहीन व शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रशासन व जिला विद्यालय निरीक्षक फूक फूंककर कदम रख रहे हैं। पूरी बोर्ड परीक्षा वीडियो कैमरे की निगरानी में होगी। सभी संटरों पर कैमरे लगाए गए हैं। यह कैमरे जिला मुख्यालय पर बने कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। वहीं जिले का कंट्रोल रूम राज्य मुख्यालय के कंट्रोल रूम के संपर्क में रहेगा।
इस बार परीक्षा में गड़बड़ी कराने वालों पर रासुका लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए मजिस्ट्रेटों व स्टेटिक मजिस्ट्रेटों को लगाया गया है। सोमवार को प्रश्नपत्र भेजने में भी काफी तगड़ी सुरक्ष व्यवस्था की गई। निजी विद्यालयों की जीपीएस युक्त गाड़ियों को मंगाकर इन पर प्रश्नपत्रों को परीक्षा केंद्र तक भेजा गया।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ले जाए गए इन प्रश्न पत्रों को स्ट्रांग रूम में रखा गया है। शासन की मंशानुरूप नकलविहीन व शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिए प्रशासन व पुलिस विभाग पूरी तरह से सतर्क है। प्रशासन की यह सख्ती देख नकल माफियाओं के पैर डगमगा रहे हैं। अब देखना यह है कि परीक्षा शासन की मंशानुरूप होती है या दशकों से फैले नकल माफियाओं का हथकंडा इस बार भी चलेगा।
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