पीलीभीत: सीडीओ कार्यालय में फूट-फूटकर रोने लगी महिला, जानिए क्यों?

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
On

सचिव पर लगाया रिश्वत लेकर अपात्र लोगों को आवास देने का आरोप

demo image

पीलीभीत, अमृत विचार। मरौरी ब्लॉक में एक लाभार्थी महिला का नाम आवास की सूची से काट दिया गया। इस पर वह अपना दुखड़ा  लेकर सीडीओ कार्यालय में प्रस्तुत हुई। जहां अपना दर्द बताते हुए वह फूट फूट कर रोने लगी। पीड़िता का आरोप है कि सचिव ने रुपये न देने पर उसका नाम सूची से काट दिया है, जबकि गांव में कई अपात्र लोगों आवास का लाभ दे दिया है। महिला के आंसू देखकर सीडीओ ने तत्काल बीडीओ मरौरी को मौके पर जाकर जांच कर समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं। 

मरौरी ब्लॉक मैथी सैदुलागंज निवासी चंद्रवती पत्नी दयाशंकर ने सीडीओ को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत उसने पक्का मकान पाने के लिए आवेदन किया था। आवेदन करने के बाद उसका सूची में नाम भी शामिल कर लिया गया था। लेकिन सचिव ने सर्वे के दौरान उनका पक्का मकान दिखाते हुए उसका नाम सूची से काट दिया। 

सचिव का कहना है कि सर्वे के दौरान पहले लाभार्थी महिला ने कच्चा मकान दिखाया था। लेकिन जब पड़ताल की तो महिला का गांव में पक्का मकान बना हुआ। इसलिए सही सर्वे के तहत उसका नाम काट गया है। लेकिन सूची से नाम कटने से आहत महिला अपने पति के साथ शनिवार को विकास भवन सीडीओ कार्यालय में पहुंची। जहां कार्यालय में प्रवेश करते हुए आवास न मिलने का दुखड़ा सुनाते हुए फूट फूटकर रोने लगी। सीडीओ ने महिला की बात को समझते हुए मौके पर पीडी जसकरनपाल, बीडीओ मरौरी और सचिव को मौके पर बुलाया। जहां पीड़ित ने तीन अफसरों के सामने सचिव पर रुपये न देने पर नाम काटने का आरोप लगाया। 

पीड़िता का कहना था कि सचिव और प्रधान की ओर से सांठगांठ कर पक्के मकान में रहने वाले लोगों को आवास योजना का लाभ दे दिया है। जिन्होंने रुपये नहीं दिए। वह आज तक आवास का इंतजार कर रहे हैं। सभी की बात सुनने के बाद उन्होंने तत्काल मौके पर बीडीओ मरौरी को जांच करने के निर्देश दिए। जिसके बाद बीडीओ ने मौके पर जाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। 

आवास न मिलने की शिकायत महिला की ओर से की गई थी। महिला की ओर से अपात्र लोगों को रुपये देकर आवास देने का भी आरोप लगाया है। इसलिए बीडीओ मरौरी को जांच के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। - धर्मेद्र प्रताप सिंह, सीडीओ।

ये भी पढ़ें- पीलीभीत: शादी के सातवें दिन हादसे में दूल्हे की चली गई जान, मचा कोहराम

संबंधित समाचार