बरेली: होली को लेकर बाजारों में तैयारी शुरू, कलर बम और स्वदेशी पिचकारी से रंग-बिरंगा होगा आसमान
बाजार में नई प्रकार की पिचकारी व हर्बल रंगों को दी जा रही प्राथमिकता
बरेली, अमृत विचार। होली के त्योहार को हर्षोल्लास से मनाने के लिए रंग- गुलाल के दुकानदारों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। लोग दुकानों पर गुलाल की खरीदारी के लिए पहुंचने लगे हैं। इस बार भी सबसे ज्यादा मांग भगवा रंग की है। इस बार होली पर कलर बम और स्वदेशी पिचकारियों से आसमान को रंग-बिरंगा किया जाएगा।
दुकानदारों का कहना है कि पिछले दो-तीन वर्षों में भगवा रंग की मांग बढ़ी है। जितना अन्य रंग का गुलाल मंगवाया जाता है, उतना अकेले भगवा रंग का गुलाल मंगवा जाता है। उत्साह की स्थिति यह है कि बाहर से भी स्टॉक की कमी होने लगी है। होली को लेकर बाजार की रौनक दिन पर दिन बढ़ रही है। शहामतगंज के थोक रंग विक्रेता शुभम अग्रवाल के अनुसार जनवरी माह में ही ग्राहकों की सुगमता के लिए ऑर्डर बुक करवा दिए थे। हरा, नीला, पीला, लाल, गुलाबी तो पारंपरिक रंग हैं, लेकिन इस बार हल्के रंग जैसे सिंदूरी भगवा की मांग ज्यादा है।
वहीं, इस बार होली में बम-पटाखों व बंदूक से रंगों की बौछार होगी। जिसमें स्माग गुलाल, थंडर स्प्रे, मैजिक आइस व मैजिकल कप शामिल हैं। स्माग गुलाल से बम फोड़ कर लोगों में गुलाल बरसा सकेंगे, तो वहीं थंडर स्प्रे के जरिए बिना छुए एक-दूसरे को गुलाल लगा सकेंगे। गुलाल सिलेंडर भी मौजूद है, जो एक अग्निशमन यंत्र की तरह मैनुअली काम कर लगभग 4 किलो गुलाल को एकसाथ फेंकता है।
हर्बल गुलाल की बढ़ी ज्यादा मांग
होली में अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा जागरूक हो गए हैं। इस बार हर्बल गुलाल की ही लोग मांग कर रहे हैं और केमिकल वाले रंग से दूरियां बनाए हुए हैं। दुकानों में केमिकल युक्त रंग बहुत कम हैं। अधिकांश दुकानों में गुलाल ही बेचा जा रहा है। इसके अलावा खुशबू वाली सेंटेड गुलाल की मांग ज्यादा है। गुलाल भी 10 रुपये से शुरु होकर 1500 रुपये तक में अलग-अलग वैरायटी में उपलब्ध है। बाजार में कुल 12 रंग का गुलाल है।
बाजार से गायब हुई चाइनीज पिचकारी
इस बार बाजार से चाइनीज पिचकारी व सामान गायब ही दिखे। ग्राहकों की ओर से भी स्वदेशी पिचकारियों की मांग की जा रही है। इस बार पंप, प्लास्टिक की पिचकारी, बंदूक समेत अन्य आइटम मौजूद है। लेकिन पिछले दो सालों से अपनी मांग का इंतजार कर रही पीतल की पिचकारी के बाजार को अभी भी खरीददारों का इंतजार है।
क्या बोले- लोग व व्यापारी
कोरोना के बाद पिछले वर्ष होली पर अच्छा व्यापार हुआ। इस वर्ष फरवरी के अंतिम सप्ताह से ही मोहल्लों में दुकान लगाने वाले व घर के लिए ग्राहक आ रहे है। इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले अधिक और अच्छा बाजार होनी की उम्मीद है। भगवा रंग के गुलाल की मांग इतनी अधिक है कि अभी से ही माल हाथरस व रायपुर से शार्ट आ रहा है। हरमीत सिंह, रंग विक्रेता।
होली में अभी वक्त है, लेकिन गुलाल व स्वदेशी पिचकारी को लेकर लोगों की जागरूकता बढ़ी है। इसके साथ ही इंग्लिश कलर (हल्के रंगों) ग्राहकों की पहली पसंद बन रही है। इस बार बाजार में कुछ नए आइटम भी आएं है। जिनमें गुलाल सिलेंडर, मैजिकल कप, कलर बम व गन शामिल है। जिसको ग्राहक पसंद कर रहा है। राजीव श्यामगंज, थोक रंग विक्रेता।
पिछली बार होली पर बच्चों को मनपसंद गुलाल व पिचकारी नहीं मिल पाई थी। इस बार सप्ताह भर पहले से ही होली की तैयारियां कर ली है। घर के लिए सामान खरीदने के निकली, तो बच्चों के लिए पिचकारी व रंग भी लेने आई हूं। इसमें फनी फोम अच्छा आइटम लगा। बच्चे देखकर खुश होंगे।- पूनम, ग्राहक
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