छत्तीसगढ़ : गोंगपा का झंडा हटाने को लेकर विवाद, SP-ASP समेत कई पुलिसकर्मी घायल

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. जिसकी वजह से एसपी सहित 16 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। जिले में धर्म गुरू और जीजीपी के बीच झंडा लगाने और हटाने को लेकर विवाद चल रहा था. इसे लेकर जीजीपी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच पुलिस कर्मी कार्यकर्ताओं को समझाने पहुंचे थे। लेकिन पुलिस अधिकारियों पर पथराव कर दिया गया।

ये भी पढ़ें - छत्तीसगढ़ सरकार पर 82 हजार करोड़ रुपए का कर्ज, हर महीने 460 करोड़ ब्याज भुगतान

कवर्धा जिले के भोरमदेव थाना क्षेत्र के हरमो गांव कुछ दिन पहले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लोगों ने पूजा स्थल पर पार्टी का झंडा लगा दिया था। झंडे को लेकर ग्रामीणों में काफी ज्यादा असंतोष था। गांव वालों का कहना था कि पूजा पाठ वाली किसी भी जगह पर किसी भी पार्टी झंडा नहीं होगा। इसके बाद बीती 14 फरवरी को झंडा धर्म गुरूओं को द्वारा हटा दिया गया था। उसके बाद पार्टी के लोगों ने धर्म गुरू के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी और कहा था कि कार्रवाई न होने पर आंदोलन करेंगे।

कार्रवाई न होने की स्थिति में 600 से 700 लोगों ने प्रदर्शन शुरू किया और हरमों गांव की तरफ बढ़ने लगे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया है इसके बाद गोडवाना गणतंत्र पार्टी के लोग उग्र हो गए और पुलिस से विवाद करने लगे। धीरे - धीरे विवाद बढ़ता चला गया और पार्टी के लोग पथराव शुरू कर दिए। जिसमें करीब 16 पुलिस कर्मियों को चोटें भी आई है। लोगों को उग्र होता देख पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके बाद स्थिति सामान्य हो पाई। एसपी ने बताया कि हालात स्थिर होने के बाद लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

कवर्धा में ये कोई पहला मामला नहीं है। बीते साल  2022 में भी कवर्धा में झंडा हटाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। जिसके बाद दोनों पक्षों ने जमकर हंगामा किया था। सैकड़ों की संख्या में लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर युवक उतर आए थे। दोनों पक्ष आपस में एक दूसरे के ऊपर हमला करने लगे थे। जिसके बाद पुलिस ने उस इलाके में धारा 144 लगा दी थी।

ये भी पढ़ें - छत्तीसगढ़: दस लाख रुपए के इनामी नक्सली दंपति गिरफ्तार, विस्फोट सामग्री भी बरामद

संबंधित समाचार