बरेली: ओपीडी में आ रहे 25 फीसदी बच्चे निमोनिया से ग्रसित

जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में एक माह में बढ़ी निमोनिया से पीड़ित बच्चों की संख्या

बरेली: ओपीडी में आ रहे 25 फीसदी बच्चे निमोनिया से ग्रसित

बरेली, अमृत विचार। पिछले एक माह से मौसम में बदलाव हुआ है। दिन में गर्मी बढ़ गई है, लेकिन रात में हल्की ठंड का असर बना हुआ है। मौसम में लगातार ठंडक और गर्माहट बने रहने के कारण लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। बच्चे जहां निमोनिया से पीड़ित हो रहे हैं, वहीं बड़े सर्दी-खांसी, बुखार और बदन दर्द की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। जिला अस्पताल स्थित बच्चा वार्ड में बुधवार को 10 बच्चे भर्ती हुए, इनमें छह निमोनिया से ग्रसित हैं, अन्य बुखार और डायरिया से पीड़ित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एच3एन2 के चलते अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 1500 से अधिक मरीज आते हैं, लेकिन वर्तमान में 25 फीसदी मरीज खांसी, जुकाम और बिना बलगम की खांसी से ग्रसित मिल रहे हैं। इनमें अधिकांश बुजुर्ग मरीज शामिल हैं। बुधवार को बच्चों की ओपीडी में कुल 91 मरीज पहुंचे, जिनमें 27 बच्चे निमोनिया से ग्रसित पाए गए।

खांसी जुकाम ठीक होने में लगेगा समय
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अनुपम शर्मा के अनुसार एच3एन 2 वायरस के लक्षण फिलहाल पूरी तरह से किसी मरीज में सामने नहीं आए हैं, लेकिन सावधानियां बरतने की आवश्यकता है। इस संक्रमण को ठीक होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है। सामान्य खांसी, जुकाम का मरीज एक सप्ताह से भी कम समय में ठीक हो जाता है।

निमोनिया और बुखार का खतरा अधिक
बच्चा वार्ड प्रभारी डॉ. करमेंद्र के अनुसार मौसम में बदलाव के बाद अधिकांश बच्चों में निमोनिया के लक्षण सामने आ रहे हैं। कई बच्चों में गंभीर निमोनिया की भी पुष्टि हो चुकी है। परिजनों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।

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