शाहजहांपुर: मेडिकल कॉलेज में काउंसलर की ड्यूटी पर लगी रोक, मरीजों को देख रहा था डॉक्टर बनकर

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Published By Vikas Babu
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स्वास्थ्य समिति की बैठक में कार्यवाही पर होगा निर्णय

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शाहजहांपुर, अमृत विचार। राजकीय मेडिकल कालेज में दूसरी मंजिल पर किशोर स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत संविदा कांउसलर डाक्टर बनकर ओपीडी चलाए जाने के मामले में कालेज के प्राचार्य ने काउंसरलर की ड्यूटी पर रोक लगा दी और सीएमओ को कार्यवाही के लिए पत्र लिखा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत उसकी नियुक्ति हुई थी। एक सप्ताह बाद  जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक होगी और बैठक में कार्यवाही पर निर्णय लिया जाएगा।

हरदोई जिले के अमितोष अवस्थी वर्ष 2018 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संविदा काउसंलर के पद पर तैनाती मिली थी। सीएमओ उसकी तैनाती राजकीय मेडिकल कालेज में किशोर स्वास्थ्य केंद्र पर की थी। अमितोष का काम सिंफ मरीजों की काउंसलिंग करना था। लेकिन धीरे-धीरे काउंसलर डाक्टर बनने लगा।

उन्होंने अपने कक्ष में ओपीडी खोल ली थी और मरीजों को देखना और दवा लिखना शुरू कर दिया था। काउंसर ने कुछ दवाएं अपने कक्ष में रख ली थी और मरीजों रुंपये देकर दवा देता था। इसकी शिकायत लोगों ने कालेज के प्राचार्य और सीएमएस से की थी।

कालेज के प्राचार्य डा राजेश कुमार और सीएमएस डा शैलेंद्र सिंह डाक्टरों के साथ काउंसलर के कक्ष में गए। जहां काउंसलर अमितोष को मरीजों को देखते हुए और दवा लिखते हुए पकड़ लिया, कुछ दवाएं उनकी टेबिल पर मिली। कालेज के प्राचार्य और सीएमएस ने बताया कि काउंसलर अमितोष अनाधिक़त रुप से मरीजों का उपचार कर रहा था और दवाएं भी दे रहा था।  

कालेज के प्राचार्य डा राजेश कुमार ने बताया कि काउंसर की ड्यूटी पर रोक लगा दी गई है और सीएमओ को कार्यवाही के लिए पत्र लिख दिया गया है। सीएमओ आरके गौतम ने बताया कि एक सप्ताह बाद जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक होगी और काउंसर के खिलाफ निर्णय लिया जाएगा।

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