बरेली: सद्दाम के गुर्गे को रिश्वत लेकर छोड़ने वाले दरोगा और तीन सिपाही निलंबित, कार्रवाई होने में लगे 15 दिन
जिस वक्त एसआईटी फरहद की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी, उसी दौरान किया खेल, रात भर रखा थाना इज्जतनगर में, सुबह छोड़ा
बरेली, अमृत विचार। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में नामजद माफिया अशरफ के साले सद्दाम के गुर्गे को 25 हजार रुपये रिश्वत लेकर छोड़ने के मामले में थाना इज्जतनगर में तैनात दरोगा को एसएसपी ने शुक्रवार को निलंबित कर दिया। रिश्वतखोरी के ही दूसरे मामले में तीन सिपाहियों को भी निलंबित किया गया है।
चारों के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिए गए हैं। सद्दाम के गुर्गे को छोड़ने का मामला करीब 20 दिन पुराना है। अमृत विचार ने भी 24 मार्च को प्रमुखता से यह खबर प्रकाशित की थी, लेकिन इसके बावजूद आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होने में 15 दिन का समय लग गया।
पिछले महीने एसपी सिटी राहुल भाटी की अगुवाई में गठित एसआईटी जिस वक्त अशरफ के साले सद्दाम और उसके गुर्गों की तलाश में दिन-रात दबिश देने में जुटी हुई थी और लखनऊ से भी इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी, उसी बीच थाना इज्जतनगर में तैनात दरोगा सचिन शर्मा ने कुछ सिपाहियों के साथ सद्दाम के गुर्गे फरहद उर्फ गुड्डू को उठा लिया था। फरहद के पकड़े जाने की जानकारी एसआईटी को दिए बगैर उसे पूरी रात थाने में बैठाए रखा गया और फिर अगले दिन 25 हजार रुपये की रिश्वत लेकर उसे छोड़ दिया।
दरोगा सचिन शर्मा और सिपाहियों की इस करतूत का खुलासा तब हुआ जब कुछ ही दिन बाद सद्दाम के दाहिने हाथ बताए जा रहे लल्ला गद्दी की तलाश कर रही एसओजी ने फरहद उर्फ गुड्डू को दोबारा गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ की गई तो फरहद ने दरोगा सचिन शर्मा के उसे गिरफ्तार करने और 25 हजार रुपये लेकर छोड़ देने की बात स्वीकार कर ली।
एसपी सिटी राहुल भाटी ने खुद इस मामले में छानबीन की और गुड्डू और दरोगा सचिन शर्मा का आमना-सामना कराया। इसमें 25 हजार रुपये की रिश्वत लेने की पुष्टि हो गई। इसके बाद एसपी सिटी ने जांच रिपोर्ट एसएसपी प्रभाकर चौधरी को भेज दी थी। एसएसपी ने शुक्रवार को दरोगा सचिन शर्मा को निलंबित करते हुए विभागीय जांच शुरू करा दी।
बता दें कि सद्दाम के गुर्गे को रिश्वत लेकर छोड़ने का पर्दाफाश होने के बाद दरोगा सचिन शर्मा लगातार मामले को रफादफा करने की कोशिश करने में जुटा रहा। बताया जाता है कि उसने विभाग के ही एक अधिकारी से संपर्क करने के साथ मीडिया के लोगों को भी मैनेज करने की कोशिश की। एसएसपी उस दौरान लखनऊ में थे चूंकि मामला काफी हद तक दब भी गया था लेकिन अंतत: कार्रवाई हो ही गई।
सद्दाम के खाते में ट्रांसफर किए थे 12 लाख देन
सद्दाम के बैंक खाते से गुड्डू का 12 लाख रुपये का लेन-देन हुआ था। हालांकि जब एसआईटी ने इसकी जांच की तो पता चला कि दोनों का जमीन खरीद-फरोख्त को लेकर यह लेन-देन हुआ था। अभी भी एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस वाले या लुटेरे, बिना कारण चार लोगों को थाने ले आए, की एक लाख की मांग
सद्दाम के गुर्गे को रिश्वत लेकर छोड़ने के साथ दरोगा सचिन शर्मा रिश्वतखोरी के एक और मामले में फंस गया। इस मामले में उसने 12 जनवरी को ऑटो ड्राइवर अरुण कुमार, ऑटो में लोड सामान के मालिक आरिफ खां और बस ड्राइवर अशफाक अहमद और अब्दुल रउफ को बिना किसी कारण उठा लिया था और थाने ले आया था।
उसके साथ थाना इज्जतनगर में ही तैनात सिपाही अनिल पाल, शुभम कुमार और अंकित कुमार ने चारों को पूरी रात हवालात में बंद रखा और छोड़ने के लिए चारों से एक-एक लाख रुपये की मांग की। इस मामले में एसपी सिटी राहुल भाटी से शिकायत की गई थी। उनकी जांच रिपोर्ट पर एसएसपी ने तीनों सिपाहियों को भी निलंबित कर दिया।
2023 में 10 पुलिसकर्मी निलंबित
1 जनवरी से लेकर अभी तक जिले में 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। इनमें बिथरी चैनपुर थाने के एसआई राजेंद्र सिंह, इज्जतनगर थाने के सिपाही राहुल कुमार, बारादरी थाने के सिपाही दीपक कुमार को तस्करों से सौदेबाजी के मामले में एसएसपी ने करीब 15 दिन पहले निलंबित कर दिया था।
इसके अलावा सीबीगंज थाना प्रभारी और रिठौरा चौकी प्रभारी को गोकशी रोकने में असफल होने पर तत्कालीन एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया ने निलंबित किया था। इसके अलावा पुलिस लाइन के एक सिपाही ओमश्याम हरि को छेड़छाड़ के मामले में निलंबित कर जेल भेजा गया। अब इज्जतनगर थाने के दरोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित किया है।
ऑटो और बस चालक समेत चार को उठाकर बिना किसी कारण के हवालात में बंद करने और एक-एक लाख रुपये रिश्वत मांगने के आरोप समेत 25 हजार रुपये की रिश्वत लेने के मामले में एक दरोगा और तीन सिपाहियों को निलंबित किया गया है। विभागीय जांच का भी आदेश दिया है---प्रभाकर चौधरी, एसएसपी।
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