पीलीभीत: पिटाई के बाद हड्डी टूटी, धमका रहे दबंग.. कार्रवाई ठप

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Published By Moazzam Beg
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पीलीभीत, अमृत विचार। होली के दिन रंग के बीच हुड़दंग कर रहे बहुचर्चित गोली कांड के आरोपी द्वारा एक युवक पर हमला कर हाथ की हड्डी तोड़ने के मामले में एसपी के निर्देश पर दस दिन बाद रिपोर्ट तो  दर्ज हुई, लेकिन कार्रवाई को गति नहीं नहीं मिली। मेडिकल रिपोर्ट के नाम पर पहले टाला जाता रहा। उसके बाद अब विवेचक के तबादलों में मामला टल गया है। पीड़ित ने अफसरों से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।  

घटना आठ मार्च की है। मोहल्ला साहूकारा निवासी दीपक अग्रवाल का कहना है कि वह होली वाले दिन रंग खेल कर घर के पास बैठे हुए थे। इस दौरान मीनार बार में पिछले साल हुए गोलीकांड में जेल गया एक बदमाश अपने गुर्गों के साथ पहुंचा। उसने युवक को गाली दी। विरोध करने पर गुंडई करते हुए हमला कर दिया। मारपीट करते हुए हाथ की हड्डी तोड़ दी। उसी दिन चौकी पर जाकर दरोगा धर्मपाल को तहरीर दी गई। दरोगा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया और फिर सुलह का दबाव बनाने लगे। मगर तहरीर पर कार्रवाई नहीं की। फिर तहरीर भी खो दी गई। उसके बाद कई बार चक्कर लगाने के बाद एसपी के समक्ष पेश हुए। फिर पुलिस खेल कर गई और हड्डी तोड़ने की धाराएं शामिल ही नहीं की गई। बमुश्किल मुकदमा दर्ज कराया गया। मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो सकी है। विवेचक बदल गए। थाने के चक्कर लगाकर भी न्याय नहीं मिल सका है। दबंग लगातार धमकी दे रहे है। मगर न्याय नहीं मिल सका है। कोतवाल नरेश त्यागी का कहना है कि मामले में विवेचना की जा रही है। तथ्यो के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। 

कोतवाली गए तो दे दिया गलत नंबर
पीड़ित दीपक का कहना है कि वह कई बार न्याय की गुहार लगान के  कोतवाली जा चुके है। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही। पुलिस ने विवेचक बताकर जिसका नंबर दिया वह लगाया तो पश्चिम बंगाल का निकला। उसके बाद बताया कि अब दूसरे विवेचक का भी तबादला हो गया है। इससे अच्छा होता कि मुकदमा ही दर्ज नहीं कराते।

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