व्यावसायिक भवनों में एयर कंडीशनिंग प्रणाली को नया स्वरूप देने से कोविड का प्रसार हो सकता है सीमित
नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-दिल्ली के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि वाणिज्यिक भवनों में वेंटिलेशन दर बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एयर कंडीशनिंग प्रणाली को फिर से डिजाइन करने से बंद स्थानों पर कोविड-19 के प्रसार को सीमित किया जा सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने यह बात देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हालिया वृद्धि के बीच कही है।
अध्ययन के परिणामों से जुड़ी रिपोर्ट पत्रिका ‘फिजिक्स ऑफ फ्लुइड्स’ में प्रकाशित हुई है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि कोरोना वायरस का प्रसार हवा के जरिए होता है, आईआईटी की तीन सदस्यीय एक टीम ने इसके प्रसार के पहलुओं को लेकर अध्ययन किया। आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर अमित गुप्ता के अनुसार, अध्ययन में पाया गया कि वेंटिलेशन दर में वृद्धि के साथ एयरोसोल का ठहराव समय काफी कम हो जाता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इस तरह वेंटिलेशन दर बढ़ाने के लिए इस्मेमाल की जाने वाली एयर कंडीशनिंग प्रणाली को फिर से डिजाइन करने से बंद स्थानों पर कोविड-19 के प्रसार को सीमित किया जा सकता है।
ये भी पढे़ं- ईद-उल-फितर पर कैफे अकासा में नए व्यंजनों की पेशकश
