ओडिशा सरकार ने दिये राष्ट्रपति के दीक्षांत समारोह के दौरान ब्लैकआउट की जांच के आदेश, बिजली विभाग का कर्मचारी निलंबित
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने शनिवार को बारीपदा में महाराजा श्रीराम चंद्र भांजा देव विश्वविद्यालय (एमएससीबीयू) के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के दौरान बिजली गुल होने की घटना के जांच के आदेश दिये हैं। राजस्व संभागीय आयुक्त (मध्य क्षेत्र) सुरेश दलाई ने घटना के बाद एक आपातकालीन बैठक की और जिला कलेक्टर के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की।
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दलाई ने पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रपति के भाषण के दौरान बिजली गुल होने की घटना की विस्तृत जांच कराई जाएगी और घटना में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महाराजा श्रीराम चंद्र भांजा देव विश्वविद्यालय के कुलपति संतोष त्रिपाठी ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया था और राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान ब्लैकआउट के लिए माफी मांगी थी।
उन्होंने कहा कि घटना की जांच और कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय द्वारा तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति की रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू की जायेगी। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय के बिजली विभाग के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति के अपना भाषण शुरू करने के तुरंत बाद, सभागार पूरी तरह से अंधेरे में डूब गया।
यहां तक कि विश्वविद्यालय में स्थापित स्टैंडबाय जेनरेटर भी ब्लैकआउट के दौरान काम नहीं कर रहा था, जिसके कारण राष्ट्रपति को कुछ मिनटों तक अपना भाषण कम रोशनी में जारी रखना पड़ा।
इधर टाटा पावर उत्तरी ओडिशा जिला लिमिटेड (टीपीएनओडीएल) प्राधिकरण ने स्पष्ट किया था कि विश्वविद्यालय को बिजली आपूर्ति में उनकी तरफ से कोई समस्या नहीं थी और संभव है कि विश्व विद्यालय में कुछ आंतरिक तारों की समस्या के कारण ब्लैकआउट हुआ।
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