बाजपुर: प्यास बुझाने आबादी की ओर आ रहे जंगली जानवर 

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Published By Shweta Kalakoti
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बाजपुर, अमृत विचार। जंगलों के बेतहाशा दोहन व मानव जाति की दस्तक की वजह से वन्य जीवों के लिए प्यास का जरिया बने प्राकृतिक जलस्रोत सूख गए हैं। इस वजह से पानी की तलाश में वन्य जीवों ने आबादी क्षेत्र का रुख कर लिया है।

भीषण गर्मी की वजह से भू-जल स्तर में भारी गिरावट आने के साथ ही जंगल क्षेत्र में बने प्राकृति जल स्रोत पूरी तरह से सूख गए हैं जिसकी वजह से वन्य जीवों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते वन्य जीवों ने जंगल क्षेत्र से सटी आबादी की ओर रुख कर लिया है, जोकि आए दिन आबादी के आसपास विचरण करते देखे जा सकते हैं।

यह वन्य जीव फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। कई बार सामने आने पर लोगों पर भी हमला कर रहे हैं। गुरुवार को बन्नाखेड़ा जंगल से निकलकर नील गायों का एक बड़ा झुंड आबादी क्षेत्र में पहुंच गया और काफी देर तक इधर-उधर दौड़ लगाता रहा। बाद में नील गायें जंगल क्षेत्र की तरफ भाग गईं।

बताते चलें कि वनों के अत्यधिक दोहन करने की वजह से प्राकृतिक जल स्रोत सूखना इन वन्य जीवों की आबादी क्षेत्र में मौजूदगी मुख्य कारणों में से एक है। इसके अलावा मानव जाति की जंगलों में दस्तक से भी जंगली जानवर आबादी की ओर पहुंच रहे हैं।