गोरखपुर : फरार माफिया अजीत शाही ने किया कोर्ट में सरेंडर, 25 हजार रुपए का था इनाम
अमृत विचार, गोरखपुर । पुलिस माफिया अजीत शाही पर इनाम ही बढ़ाती रह गई, लेकिन उसकी परछाईं तक नहीं छू सकी। पुलिस ने दावा किया था कि उसकी तलाश में पुलिस टीम गोरखपुर के अलावा अन्य जिलों में भी तलास कर रही है। बावजूद इसके उसने पुलिस को चकमा देकर शुक्रवार को दोपहर दीवानी न्यायालय में सरेंडर कर दिया। फिलहाल माफिया अजीत शाही कोर्ट के सेशन लॉकअप में बन्द है।
जानकारी के लिए बता दें गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने माफिया अजीत शाही पर पहले से ही 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखी थी, साथ ही इनाम की राशि बढ़ाने के लिए SSP ने IG के पास फाइल भी भेज दी थी। फरार माफिया अजीत शाही की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अन्य जिलों में भी तलास अबियान चला रही थी। वहीं STF भी माफिया और उसके साथियों की तलाश में जुटी थी। दावा था कि पुलिस की एक टीम कचहरी के आस-पास भी चौकन्नी है, ताकि माफिया कोर्ट में हाजिर न होने पाए। बावजूद इसके माफिया के सरेंडर की पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
बता दें PWD गोलीकांड में भी माफिया अजीत शाही का नाम सामने आया था। उसका खौफ इतना था कि पुलिस इसपर हाथ नहीं डालने से बचती थी। लेकिन एक बार फिर रेलवे कोऑपरेटिव बैंक में 3 मई को हुए विवाद के मामले में 12 मई को समझौता करने गए माफिया अजीत शाही और अन्य लोगों पर बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बैंक के अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर धमकी सहित अन्य धाराओं में शाहपुर थाने में केस दर्ज कराया है। कर्मचारियों ने कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अनिल सिंह विशेन को पूरी घटना का मास्टर माइंड बताया था और अनिल सिंह द्वारा ही अजीत शाही को बुलाने की बात कही गई थी।
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