चुनिंदा मार्गों पर चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें : दयाशंकर सिंह
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाई जाएंगी इलेक्ट्रिक बसें
अमृत विचार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नागरिकों को सुगम आवागमन की सुविधा के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर योगी सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल के संचालन पर जोर दे रही है। प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में नगर विकास विभाग के माध्यम से पहले ही सैकड़ों इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा रही हैं तो वहीं अब योगी सरकार ने परिवहन विभाग के माध्यम से भी चुनिंदा रूट्स पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का निर्णय लिया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल लखनऊ और गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है।
प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया है कि राज्य सड़क परिवहन निगम की लखनऊ और गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में यह बसें पायलट तौर पर चलायी जाएंगी,यात्रियों की रिस्पांस पर फिर इसे प्रदेश के अन्य जिलों में आगे चलाया जाएगा।
परिवहन मंत्री ने बताया कि जल्द ही प्रदेशवासियों को बेहतरीन व सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध होगी। अभी तक एसी बसों के लिए 2 बाई 2 सीटिंग अरेंजमेंट बसों की स्वीकृति थी लेकिन अब 3 बाई 2 सीटिंग अरेंजमेंट बस सेवा को नवीन अनुबंधित बस योजना के तहत अनुबंध किए जाने की योजना है। 3 बाई 2 सीटिंग कैपेसिटी वाली बसों का किराया 1 रुपए 63 पैसे प्रति किमी आएगा,जबकि 2 बाई 2 सीटिंग अरेंजमेंट बसों का किराया 1.93 पैसे प्रति किमी आता है। इससे प्रति किमी कुल 30 पैसे का अंतर आएगा और लोगों को सस्ती एसी बस सेवा उपलब्ध हो सकेगी। साधारण और एसी बस मिलाकर कुल 1235 बसों को लेटर आफ इंटेंट जारी किया जा चुका है,जिसमें से 770 बसों ने क्षेत्रों में संचालन शुरु भी कर दिया है।
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