मंदिर निर्माण समिति बैठक : तांबे की पत्तियों से जोड़ी जा रही राम मंदिर की छत
अयोध्या, अमृत विचार। रामजन्मभूमि में राममंदिर के भूतल का 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है। वहीं रामलला की मूर्ति निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। राम मंदिर निर्माण समिति को दो दिवसीय बैठक के पहले दिन मंदिर के कार्यों को समय से पूरा करने के लिए मंथन हुआ।
राम मंदिर निर्माण में भूतल की छत के लिए पत्थर बिछाने का कार्य भी करीब 60 फीसदी पूरा हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक इसके साथ ही पत्थरों को आपस में जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है। सोमवार को राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी और राममंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा और कार्यदायी संस्था एलएंडटी के इंजीनियरों के साथ राममंदिर निर्माण के लिए चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया।
जहां उन्होंने पत्थर बिछाए जाने का काम देखा। साथ ही मंदिर निर्माण सहित दस योजनाओं पर चल रहे काम का भौतिक निरीक्षण भी किया। सुबह 9 बजे वे रामजन्मभूमि परिसर पहुंच गए। करीब एक घंटे तक निमार्णाधीन योजनाओं का निरीक्षण किया। दोपहर में परिसर स्थित एलएंडटी के कार्यालय में बैठक शुरू हुई। बैठक में कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों ने मंदिर निर्माण की पूरी प्रगति रिपोर्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से नृपेंद्र मिश्र के समक्ष रखी। इस दौरान मंदिर निर्माण समिति के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, सदस्य डॉ अनिल मिश्रा, आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा और एलएंडटी के इंजीनियर मौजूद रहे।
मंत्रों से पूजन के बाद शिलाओं पर हो रही तराशी
रामसेवकपुरम में तीन अलग-अलग स्थानों पर चल रहे मूर्ति तराशी की प्रक्रिया में सनातन संस्कृति और परंपराओं का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन तरासी के पहले वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा मंत्रों से शिला को पूजा जाता है। उसके बाद ही मूर्तिकार कार्य प्रारंभ करते हैं। रविवार की देर शाम को रामसेवकपुरम में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने मूर्तिकार और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर मूर्ति तराशी किए जाने को लेकर मंथन किया था।
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