पीलीभीत: बीडीओ की पत्नी पर आखिर क्यों दर्ज हुई धोखाधड़ी की एफआईआर..जानिए मामला 

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Published By Vishal Singh
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पीलीभीत/बिलसंडा, अमृत विचार। मकान की बिक्री करने के लिए एग्रीमेंट के साथ ही 25 लाख रुपये की नकदी लेने के बाद भी धोखाधड़ी से मकान का बैनामा अपने नाम कराने के आरोप में बिलसंडा ब्लाक में तैनात खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार जायसवाल की पत्नी मंजू जायसवाल के खिलाफ अयोध्या जनपद के राम जन्मभूमि थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

अयोध्या जनपद के कटरा निवासी भगवती शरण द्विवेदी पुत्र पारसनाथ ने दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया है कि उन्होंने फैजाबाद के मोहल्ला खवासपुरा निवासी श्रीराम जायसवाल की पत्नी भागीरथी से मकान का 30 लाख रुपये में सौदा किया था।  जिसका एग्रीमेंट 17 अगस्त 2021 को कराने के दौरान ही 15 लाख रुपए पेशगी दिए। 10 लाख रुपए बाद में दिए, जो संबंधित के खातों में दिए गए। भागीरथी की बेटी मंजू जायसवाल गवाह भी है।

आरोप है कि कई बार लिखित एवं मौखिक रूप से बैनामा करने के लिए कहा गया लेकिन हर बार खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर टालमटोल कर दी गई। आरोप है कि कूटरचित तरीके से 15 दिसंबर 2022 को मंजू जायसवाल ने अपनी मां से मकान का बैनामा अपने नाम करा लिया। 25 लाख रुपए हड़प लिए। जब रुपये वापस मांगे तो धमकी दे दी।

अयोध्या में दर्ज हुई इस रिपोर्ट में मंजू जायसवाल पत्नी सुनील कुमार जायसवाल, उनकी मां भागीरथी जायसवाल को आरोपी बनाया गया है। उधर आरोपी मंजू जायसवाल के पति सुनील कुमार जायसवाल जो कि स्थानीय ब्लाक में खंड विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं।

पत्नी के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट के बाबत जब उनसे जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि पत्नी के मायके के मकान को लेकर विवाद है। इसमें उनका कोई इंवॉल्वमेंट नहीं है। गलत तरीके से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कोर्ट में पक्ष रखा जाएगा।

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